हरियाणा ( रिपोर्ट- सतनाम सिंह ) : 23 दिसंबर 1995 का वो काला दिन आज भी डबवाली के लोगो के जेहन में आता है तो उनकी रूह कांप उठती है। उस दिन डबवाली में डी ए वी स्कूल का एनुअल फंक्शन चल रहा था,हज़ारो लोग इस कार्यकर्म में पहुंचे थे लेकिन एक दम से इस खुशी में ऐसी खलल पड़ी कि खुशी का माहौल मातम में बदल गया ।
देखते ही देखते 400 लोग काल का ग्रास बन गए। आज इस भीषण अग्निकांड को 25 बरस पुरे हो गए हैं। पीड़ितों को मुआवजा तो मिल गया लेकिन सरकारी नौकरी अभी तक नही मिली इसके अलावा स्मारक को राजकीय स्मारक का दर्जा अभी तक नही मिला।
गौरतलब है कि हर साल की तरह 23 दिसंबर 1995 को भी डबवाली के डी ए वी स्कूल का एनुअल फंक्शन चल रहा था,एनुअल फंक्शन के दौरान पंडाल के गेट पर शॉट-सर्किट हुआ और मिनटों में आग ने पूरे पंडाल को अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी भीषण थी कि लोगो को वहां से निकलने का वक़्त तक नहीं मिला।
इस भीषण अग्निकांड में करीब 400 लोगों की मौत हो गई. जिसमें 136 महिलाएं और 258 बच्चे शामिल थे. इस अग्निकांड के बाद सियासतदानों के पीड़ितों को नौकरी देने सहित कई वायदे किये जो अभी तक अधूरे है।
वहीं अग्निकांड पीड़ित व एसोसिएशन के प्रवक्ता ने बताया कि इस बार अग्निकांड की बरसी पर कोई भी कार्यक्रम नही होगा इस बार सिर्फ सुखमनी साहिब के पाठ का भोग तथा श्रंद्धाजलि दी जाएगी कोरोना के चलते इस बार ज्यादा लोग इकठ्ठा भी नही होगें साथ ही उन्होंने अग्निकांड स्मारक को राज्य स्तर पर राजकीय स्मारक घोषित करने की मांग भी रखी ।