नई दिल्ली: हिंदू मंदिर में की गई तोड़फोड़ के आरोप में पुलिस ने अब तक 26 लोगों को गिरफ्तार किया है। खैबर पख्तूनख्वाह के काराक इलाके में स्थानीय पुलिस ने इस घटना को लेकर रातभर छापेमारी की और आरोपियों को पकड़ा।
बुधवार को एक मौलवी के उकसाने के बाद 100 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने यहां स्थित एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ और आगजनी की थी। मानवाधिकार संगठनों व अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने हिंदू मंदिर पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की है।
पाकिस्तानी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में भीड़ द्वारा एक हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़ किये जाने तथा स्थानीय प्रशासन समेत पुलिस के मौके पर मूक बने का मामला सामने आया है।
पाकिस्तान के समाचारपत्र की रिपोर्ट के मुताबिक, कराक जिले में स्थित हिन्दू मंदिर को बुधवार को एक स्थानीय मौलवी की अगुवाई में भीड़ ने नुकसान कर दिया।
Also Read EASA का पाकिस्तान को बड़ा झटका, PIA एयरलाइंस पर लगा प्रतिबंध बढ़ा
सोशल मीडिया पर पोस्ट वीडियो में पुरुषों का समूह मंदिर की छत और दीवार तोड़ते नजर आ रहा है। इसके अलावा वीडियो में मंदिर के भीतर से धुंआ निकलता भी दिखाई दिया है।
समाचारपत्र ने पाकिस्तान के एक पत्रकार के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया कि हिन्दू धर्मावलंबियों ने प्रशासन से मंदिर के जीर्णोद्धार की अनुमति मांगी थी , लेकिन स्थानीय मौलवियों ने मंदिर को गिराने के लिए भीड़ का सहारा लिया।
मंदिर को जब गिराया जा रहा था , तब मौके पर मौजूद अधिकारी और पुलिस मूकदर्शक बने रहे। पाकिस्तान में हिन्दुओं के मंदिर में तोड़फोड़ की यह पहली घटना नहीं है।
गत अक्टूबर में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक मंदिर को नष्ट कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि गत सात दिसम्बर को पाकिस्तान ने अल्पसंख्यकों , विशेषकर मुस्लिम समुदाय के लोगों एवं
उनके धर्मस्थलों की सुरक्षा और संरक्षण के साथ ही वैश्विक मानवाधिकार घोषणा तथा इस्लॉमिक सहयोग संगठन की सिफारिशों के अनुरूप भारत से अपने दायित्वों का निर्वहन का आग्रह किया था।