नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की अध्यक्षता में हुई पंजाब कैबिनेट बैठक में आज कई अहम फैसलों पर मोहर लगी है।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कैबिनेट बैठक के बाद चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कैबिनेट में लिए गए फैसलों की जानकारी दी है।
सबसे महत्वपूर्ण फैसले में कैबिनेट ने एजी के इस्तीफे को मंजूर कर लिया है। एजी को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू लगातार दबाव बना रहे थे।
डीजीपी पर सीएम ने कहा कि इसका पैनल भेजा गया है। पैनल आते ही नया डीजीपी नियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा बिजली समझौतों के बारे में बिल, तीनों कृषि कानूनों पर प्रस्ताव और बीएसएफ का दायरा बढ़ाने के विरोध में प्रस्ताव 11 नवंबर को विधानसभा में लाया जाएगा।
पंजाब कैबिनेट ने अपने एक और महत्वपूर्ण फैसले में 36 हजार कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का फैसला किया है।
इसके अलावा कांट्रेक्ट कर्मचारियों का डीसी रेट बढ़ाने का भी फैसला किया था। यह फैसला 1 मार्च 2020 से लागू माना जाएगा। इस अवधि का कर्मचारियों को एरियर मिलेगा।
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इसके अलावा सरकार ने रेत माफिया पर नकेल कसने की नीति भी तैयार की है। हर खड्ढ पर रेत का मूल्य 5 रुपये 50 पैसे प्रतिक्यूबिक फुट होगा।
रेत के मूल्य पर मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि राज्य में हर खड्ड पर 5.50 रुपये प्रतिक्यूबिक फुट होगा। इससे रेट चार गुणा कम हो जाएंगे।
ईंटें महंगी हो रही हैं क्योंकि माइनिंग पालिसी लग जाती है। भट्ठे माइनिंग पालिसी से बाहर किए जाएंगे। सीधे किसानों से मिट्टी का रेट भट्ठा मालिक तय करेंगे।
इसके अलावा सीएम चन्नी ने पंजाब में लगा बिल्डिंग एंड इंस्टीट्श्यूनल टैक्स माफ करने की भी घोषणा की है। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की प्रेस कांफ्रेंस में नवजोत सिंह सिद्धू भी मौजूद रहे।
इस दौरान सिद्धू कैबिनेट के फैसलों से संतुष्ट नजर आए। सिद्धू ने कहा कि जिस दिन रेत के रेट फिक्स होंगे उसी दिन माफिया खत्म हो जाएगा।
इस मौके पर सिद्धू ने सीएम की तारीफ करते हुए कहा कि इतिहास में पहली बार रेत का रेट फिक्स होगा। सिद्धू ने कहा कि वह इससे भी आगे जाना चाहते हैं। सिद्धू ने कहा कि स्टाक यार्ड बनाना चाहता हूं। सरकारी ट्रकों से जाएगा तो लोगों को राहत मिलेगी।
पंजाब में चुनाव से पहले बड़े फैसले लेने की कड़ी में मुख्यमंत्री चन्नी ने आज भी राज्य कैबिनेट बैठक में एक बार फिर बड़े फैसले लिए हैं।