चीन ने आतंकवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। चीन का आतंकवाद को लेकर रुख अफगानिस्तान में तालिबान के काबिज होने के बाद बदला है।
ग्लोबल काउंटर टेररिज्म फोरम की 11वीं बैठक में चीन का आतंकवाद पर बदला हुआ चेहरा नजर आया है। बैठक में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने दुनिया से आतंकवाद पर दोहरा मापदंड छोड़ने का अनुरोध किया है।
विदेश मंत्री ने कहा कि आतंकवाद का सिर्फ एक ही रूप है वो है केवल आतंक। आतंक को अच्छे और बुरे में बांटा नहीं जा सकता है।
विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि आतंकवाद एक बाघ की तरह है जोकि पालने वाले को भी खा जाता है। रिपोर्ट के अनुसार चीनी विदेश मंत्री ने अपनी इस बात में न तो पाकिस्तान का नाम लिया है और न ही अफगानिस्तान का नाम लिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, चीनी विदेश मंत्री का इशारा इन्हीं दोनों की तरफ था। उन्होंने कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर चुनौती है।
इतना ही नहीं वांग यी ने आंतकवाद के खिलाफ दुनिया के तमाम देशों की कोशिशों की भी तारीफ भी की है। चीन के विदेश मंत्री ने बैठक में आतंकवाद पर अपने बयान पर अमेरिका पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा, अफगानिस्तान से अफगान युद्ध और आज के हालात से यह साफ होता है कि अकेले सैन्य साधन के बल पर आतंकवाद को खात्म नहीं किया जा सकता है।