सीएम केजरीवाल ने कोरोना के लिए पराली को बताया जिम्‍मेदार, पीएम से की ये मांग

नई दिल्‍ली: (प्रदीप कुमार की रिपोर्ट)- कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक की। बैठक में दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल समेत अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पराली के मुद्दे पर दखल देने की अपील की। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोविड के बढ़ते मामलों के पीछे कई कारण हैं, जिनमें प्रदूषण भी एक कारण है।

 

कोरोना के बीच पराली जलाने के चलते वायरस का खतरा और बढ़ गया है। विशेषज्ञों ने पराली जलाने के सीजन के पहले ही कहा था कि ठंड और पराली से बढ़े प्रदूषण से कोरोना की समस्या और गंभीर हो सकती है।

 

केजरीवाल ने मीटिंग में बताया कि दिल्ली ने 10 नवंबर को 8600 मामलों का पीक देखा। उसके बाद से नए मामले और पॉजिटिविटी रेट कम हो रही है और उम्मीद है कि यह ट्रेंड बना रहेगा। साथ ही केजरीवाल ने केंद्र सरकार के अस्पतालों में 1000 आईसीयू बेड रिजर्व करने का आग्रह किया है।

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तीसरे दौर में मामलों की इतनी गंभीरता के कई कारण हैं।प्रदूषण भी एक अहम कारण है। केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि वह दिल्ली से लगने वाले राज्यों में पराली से होने वाले प्रदूषण के मामले में दखल दें। यह ध्यान में रखते हुए कि पराली के समाधान के लिए पूसा का बायो डी कंपोजर उपलब्ध है।

 

केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि वह केंद्र सरकार के अस्पतालों में 1000 आईसीयू बेड तब तक के लिए रिज़र्व करें जब तक कोरोना की तीसरी लहर खत्म नहीं हो जाती है।

 

दिल्ली में सोमवार को लगातार चौथे दिन कोविड-19 से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 121 लोगों की मौत हुई है जबकि 4454 नए मामले सामने आए हैं। राहत की बात है कि पिछले 24 घंटे में 7216 मरीज ठीक हुए हैं। दिल्ली में अभी रिकवरी रेट 91.42% है वहीं एक्टिव मरीज 6.98% हैं. दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट– 11.94% पर पहुंच गया है।

 

 

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