रोहतक। (रिपोर्ट- देवेंद्र शर्मा) मोदी सरकार द्वारा लाए कृषि बिल पर हरियाणा में सियासत चरम पर है। जहां किसान और आढ़ती इस बिल के खिलाफ हल्ला बोले हुए हैं, वहीं कांग्रेस किसानों के समर्थन में इस बिल का विरोध और केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की खट्टर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। केंद्र सरकार द्वारा लाए कृषि बिल के विरोध में कांग्रेस ने आज प्रदर्शन किया और जिला उपायुक्त को ज्ञापन भी सौंपा। मगर इस दौरान कांग्रेसी नेता आपस में ही भिड़ गए।
आपको बता दें, कृषि बिल को लेकर बीजेपी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता फोटो खिंचवाने के चक्कर में आपस में ही भिड़ गए। डीसी को ज्ञापन सौंपने गए दो बड़े नेताओं के बीच जमकर कहा सुनी और गाली गलौच हुई। पूर्व कांग्रेस विधायक आनद सिंह दांगी और एक किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष आपस मे भिड़ गए, बाद में पुलिस ने बीच-बचाव किया। कांग्रेस के दो मौजूदा विधायक, दो पूर्व विधायक और दो पूर्व मंत्री व सैकड़ो कार्यकर्ता प्रदर्शन में मौजूद थे,जिनकी मौजूदगी दो कांग्रेस नेता आपस में ही भिड़ गए।
किसानों के हक के लिए प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी नेताओं ने एक किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही धक्का-मुक्की कर दी, जिसके बाद बीजेपी नेताओं को बैठे-बिठाए ही कटाक्ष करने का मौका मिल गया। बीजेपी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी नेताओं के आपस में ही झगड़ने की खबर पर चुटकी लेते हुए बीजेपी के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि कांग्रेस अध्यादेश पर दिखावा कर रही है। इस झगड़े से सिद्ध होता है कि उन्हें किसान हितों की बजाय फोटो खिंचवाने की चिंता है।
कलानौर से कांग्रेस विधायक शकुंतला खटक, पूर्व विधायक आनन्द सिंह दांगी और उनके समर्थकों ने भारतीय किसान यूनियन अंबा के प्रदेश अध्यक्ष व किसान नेता बल्लू प्रधान को धक्का मार दिया, जिसके बाद आपस में झड़प हुई । दरअसल, आज पूरे प्रदेश में कांग्रेस बीजेपी सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में लाए गए तीन अध्यादेशों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी। प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नेता रोहतक जिला उपायुक्त मनोज कुमार को अध्यादेश के विरोध में ज्ञापन देने पहुँचे, तो ज्ञापन देते वक्त फोटो खिंचवाने के चक्कर मे महम से पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी, उनके सुपुत्र बलराम दांगी और कलानोर से विधायक शकुंतला खटक और किसान यूनियन अंबा के प्रदेश अध्यक्ष बल्लू प्रधान के बीच जमकर गली गलौच और धक्का मुक्की शुरू हो गई। मामले में तनाव बढ़ता देख पुलिस को ही बीच बचाव करना पड़ा और किसान नेता बल्लू प्रधान को भीड़ से अलग कर दिया गया। बता दें कि बल्लू प्रधान पहले इनेलो में थे, उसके बाद कुछ दिन जेजेपी और कुछ दिन बीजेपी में रहे और बाद में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा और आशा हुड्डा की मौजूदगी में करीब एक साल पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए थे।
प्रदर्शन के बाद किसान नेता के साथ उलझे कांग्रेस के पूर्व विधायक पत्रकारों के साथ बात करते हुए भी खीजे,पत्रकारों के सवालों के जवाब के दौरान एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता को बीच मे ही धमका दिया, दरअसल विधायक साहब बीजेपी सरकार की बिल को लेकर आलोचना कर रहे थे, इसी दौरान साथ मे खड़े दूसरे कांग्रेस नेता बोल पड़े। इससे पूर्व विधायक आनद सिंह दांगी ने उन्हें गुस्से में चुप रहने की नसीहत दे डाली।
इसके दूसरी ओर इस मामले में सभी नेता बचते नजर आए, बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए रोहतक से कांग्रेस विधायक भारत भूषण बत्रा ने कहा कि आढ़ती और किसान का रिश्ता तोड़ने की कोशिश की जा रही है, उन्होंने कहा कि जब बिल किसानों के हित में है तो फिर किसान बिल के खिलाफ क्यों है।