(साहिल भांबरी की रिपोर्ट): साउथ जिला पुलिस ने ड्रग्स के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 260 किलो फाइन क्वालिटी गांजा बरामद किया है। साथ ही दिल्ली के रहने वाले दो गांजा तस्करों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया 260 किलो गांजे की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत तकरीबन 12 करोड़ रुपए है। गांजा की खेप विशाखापत्तनम से हैदराबाद और ट्रेन के जरिये दिल्ली लाया गया था। दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में खड़े ये दो शख्स अंतरराज्य स्तर के ड्रग्स व्यापारी है। जो कि काफी समय से दिल्ली के अलग-अलग इलाक़ो मे गांजे की सप्लाई करते थे। लेकिन इस बार दोनो आरोपी अपने मंसूबों मे कामयाब नहीं हो पाए और डिलीवरी से पहले ही इनको साउथ जिला के स्पेशल स्टाफ ने गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल साउथ जिला के स्पेशल स्टाफ को एक गुप्त सूचना मिली कि एक बड़ा गांजे का कंसाइनमेंट हैदराबाद से ट्रैन के जरिए दिल्ली पहुचने वाला है उसके बाद दिल्ली में सप्लाई किया जाएगा। जिसके बाद स्पेशल स्टाफ ने निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास ट्रैप लगाया और दोनो तस्करों को टेम्पू के साथ गिरफ्तार कर लिया। और इनके पास से भारी मात्रा में गांजे की खेप बरामद की गई। पुलिस ने लगभग 260 किलो फाइन क्वालिटी गांजा बारमद किया है। बरामद किए गए। गांजे की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 12 करोड़ रुपए है।
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गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के नाम महोम्मद मुनीब और राविल इस्लाम है। दोनों दिल्ली के ओखला और मदनपुर खादर के रहने वाले है। पूछताछ में खुलासा हुआ की अरकुवेल्ली आंध्र प्रदेश में गांजे की पहले खेतीबाड़ी की जाती है। वह से सड़क के रास्ते गांजे को विजयनगरम लाया जाता है। उसके बाद गांजे को कंप्यूटर के कीबौर्ड keyboard मे भरकर हैदराबाद रेलवे स्टेशन पहुचाया जाता है। उसके बाद ट्रैन के जरिये गांजा दिल्ली पहुचाया जाता था। फिर दिल्ली में गांजे की बोली लगाई जाती थी यानी 1 किलो गांजा 20 हजार रुपये में बेचा जाता था।
डिसीपी साउथ ने बताया की पिछले 6 महीनों से गांजा की तस्करी की जा रही थी। लेकिन इनकी गिरफ़्तारी से इंटरस्टेट स्तर की चैन टूट गई है। जो पुलिस के लिए काफी लाभदायक साबित होगी। फिलहाल पुलिस अब इन आरोपियों से ये जानकारी जुटाने में लगी हुई है कि दिल्ली में किन किन लोगो को गांजा सप्लाई किया जाना था।