अजित सिंह (दिल्ली): राजधानी दिल्ली में ध्वनि प्रदूषण एक समस्या बनता जा रहा है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। इसी कड़ी में ट्रैफिक पुलिस ने छठे दिन भी वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की और मोडिफाइड सायलेंसर , प्रेशर हार्न के खिलाफ ट्रेफिक पुलिस ने चालान किए। बता दें यह मुहिम दिल्ली में शोर नहीं मुहिम के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है।
वहीं आपको बता दें की NGT ने भी ध्वनि प्रदूषण को लेकर चिंता जाहिर की है। दिल्ली के रेजिडेंशल कालोनी में ध्वनि प्रदूषण की अधिकतम लिमिट 55 डेसिबल मानी जाती है। लेकिन अब ध्वनि प्रदूषण का स्तर 83 डेसिबल को पार कर चुका है। आम-तौर पर ध्वनि प्रदूषण को लेकर ज्यादा गंभीरता नहीं दिखाई जाती है इस कारण यह समस्या बढ़ रही है।
Day 6 of anti-noise pollution drive #DelhiMeinShorNahi:
Today, #DelhiTrafficPolice issued 122 challans for pressure horns and 78 challans for modified silencers. pic.twitter.com/qfeTgcLb7x
— Delhi Traffic Police (@dtptraffic) August 25, 2022
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इस साल दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने अभियान के तहत 35 सौ से ज्यादा चालान किए। जिसमें 1300 से ज्यादा प्रेशर हार्न और 2 हजार से ज्यादा मॉडिफाइड साइलेंसर पर जुर्माना लगाया है। वहीं ज्यादा शोर सेहत के लिए नुकसानदेह भी माना जाता है। इससे कान से संबंधित बीमारियां, हाई ब्लड प्रेशर, मानसिक बीमारियां और चिड़चिड़ापन जैसी समस्या होती है।ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए लगातार कार्रवाई ट्रैफिक पुलिस कर रही है।