दिल्ली। (रिपोर्ट- विश्वजीत झा) कृषि बिल आने से पहले और आने के बाद एमएसपी काफी विवादों में रहा है। दिल्ली सरकार कृषि बिल के विरोध में थी, पिछले रबी की फसल का एमएसपी डेढ़ गुना करने का वादा भी किया गया। मगर किसानों का इंतजार खत्म नहीं हो सका। दिल्ली की मंडियों में भी किसानों को एमएसपी नहीं मिल रहा है ।
हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि बिलों को लेकर संसद में काफी हंगामा हुआ और एमएसपी को लेकर भी खूब बवाल हुआ। पर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दिल्ली में भी किसानों को फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा है। दिल्ली के किसानों ने मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ज्ञापन देकर एमएसपी दिलाने की मांग की है।
सीएम केजरीवाल को सौंपे ज्ञापन में किसानों ने और भी मांगे रखी हैं, पर एमएसपी दिलाने की मांग तो पिछले कई वर्षों से की जा रही है। साल 2019 में दिल्ली सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक दिल्ली में खरीफ और रबी की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को डेढ़ गुना करने की घोषणा की थी। पर सरकार ने वोट की फसल तो काट ली लेकिन किसानों को फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य अब तक नहीं मिल सका है। मौजूदा समय में बाजरे को वो ज़मीन पर नहीं उतार सका। केंद्र सरकार ने भी जो खरीफ की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की है उसमें धान 1868, बाजरा 2150 रुपए और ज्वार 2650 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। पर ना तो केंद्र सरकार का कानून काम आ रहा है और ना ही दिल्ली सरकार की घोषणा। हालांकि दिल्ली में एमएसपी पर बीजेपी नेता केजरीवाल सरकार को घेर रहे हैं।
देशभर में एमएसपी को लेकर किसानों की मांग कई साल पुरानी है। कागजों में सरकार घोषणा तो जरूर करती है पर हकीकत में किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पाता है।