लखनऊ। हाथरस मामले में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की फजीहत करने वाले जिले के एसपी और इलाके के इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया है। योगी सरकार ने इस मामले में ये बड़ा एक्शन लिया है।
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के हाथरस मामले में जिला प्रशासन का जो रवैया सामने आया है उससे नाराज होकर योगी सरकार ने जिले के एसपी विक्रांत वीर को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही क्षेत्र के इंस्पेक्टर को भी सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा इस मामले में सभी पुलिस वालों का नार्को टेस्ट भी किया जाएगा।
हाथरस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर व कुछ अन्य के खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वादी प्रतिवादी प्रशासन सभी लोगों के नार्को-पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराए जाएंगे।
इसके दूसरी ओर हाथरस केस में मृत लड़की के परिजनों ने डीएम प्रवीण लक्षकार पर बेहद गंभीर आरोप लगाए थे। पीड़िता की भाभी ने डीएम पर आरोप लगाया था कि डीएम ने उनके ससुर (पीड़िता के पिता) से बोला था कि अगर तुम्हारी बेटी कोरोना से मर जाती तो क्या तुमको मुआवजा मिल पाता? इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी डीएम का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसको लेकर भी योगी सरकार में प्रशासन के रवैये पर सवाल खड़े हुए थे। वायरल वीडियो में डीएम पीड़िता के पिता से कह रहे हैं कि आप अपनी विश्वसनीयता खत्म मत करो। मीडिया वाले तो आज हैं कल चले जाएंगे। हम आपके साथ खड़े हैं, आपकी इच्छा है कि आपको बार-बार बयान बदलना है कि नहीं बदलना है। अभी हम भी बदल जाएं तो?