नई दिल्ली: एलोपैथी के खिलाफ कथित अपमानजनक बयान के लिए योग गुरु रामदेव पर तत्काल राजद्रोह के आरोपों के तहत केस दर्ज करने की मांग करने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आईपी एस्टेट थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
इसमें आरोप लगाया गया है कि रामदेव ने अपने बयान से चिकित्सा पेशे और डॉक्टर्स को बदनाम करने की कोशिश की है।
इससे पहले आईएमए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोविड-19 के उपचार के लिए सरकार के प्रोटोकॉल को चुनौती देने तथा टीकाकरण पर कथित दुष्प्रचार वाला अभियान चलाने के लिए रामदेव पर राजद्रोह के आरोपों के तहत केस दर्ज करने की मांग की थी।
आधुनिक चिकित्सा पद्धति से इलाज करने वाले डॉक्टरों के प्रमुख संगठन ने एलोपैथी के खिलाफ कथित अपमानजनक बयान के लिए रामदेव को मानहानि का नोटिस भी भेजा है।
आईएमए ने योग गुरु रामदेव के खिलाफ महामारी रोग अधिनियम, 1897, आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत पुलिस शिकायत दर्ज की है।
योग गुरु बाबा रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बीच विवाद में करीबी सहयोगी आचार्य बालकृष्ण का एक ट्वीट चर्चा में रहा। इसमें उन्होंने एलोपैथी बनाम आयुर्वेद की बहस को हिंदू बनाम ईसाई के मुद्दे से जोड़ दिया।
इस ट्वीट में बालकृष्ण ने खुले शब्दों में लिखा है कि देश में ईसाईयत का एक षडयंत्र चल रहा है, जिसके तहत ही रामदेव पर उंगली उठाई जा रही है। हालांकि आईएमए ने इसका भी खंडन कर दिया।