दिल्ली। (रिपोर्ट- प्रदीप कुमार) लद्दाख में LAC पर चीन के साथ विवाद के बीच भारत की सैन्य तैयारी जारी है। भारत ने LAC पर कंधे पर रखकर दागी जाने वाली रूसी इग्ला एयर डिफेंस सिस्टम मिसाइलों के साथ जवानों की तैनाती कर दी है। चीनी हेलीकॉप्टरों की गतिविधियों के जवाब में रूसी इग्ला एयर डिफेंस सिस्टम से लैस भारतीय सैनिकों को LAC पर ऊंचाई पर तैनात किया गया है।
आपको बता दें, पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा LAC के करीब चीनी हेलीकॉप्टरों की गतिविधियों के जवाब में भारतीय सेना ने वहां महत्वपूर्ण ऊंचाई वाली जगह पर कंधे पर रखकर हवा में मार करने वाली एयर डिफेंस मिसाइलों से लैस जवानों को तैनात कर दिया है। वे दुश्मन देश के हवाई जहाजों के द्वारा हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने पर उन्हें माकूल जवाब देंगे।
रूस के इग्ला एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल भारतीय थल सेना और वायु सेना दोनों द्वारा किया जाता है और इसका उपयोग तब होता है, जब दुश्मन के लड़ाकू जेट या हेलीकॉप्टर हमारी सीमा या फिर जहां जवान तैनात हैं, उसके करीब आते हैं। LAC पर भारत की ओर से दुश्मन देश की हवाई आवाजाही पर नजर रखने के लिए रडार और सतह से लेकर हवाई मिसाइल सिस्टम तक की तैनाती की गई है और दूसरे देश की गतिविधियों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी और पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 पर भारतीय जवानों ने कई बार देखा है कि चीन के चॉपरों ने भारतीय क्षेत्र में आने की कोशिश की है।
भारतीय वायु सेना ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीनी हेलीकॉप्टरों द्वारा संभावित हवाई क्षेत्र के उल्लंघन को विफल करने के लिए मई के पहले सप्ताह के आसपास अपने सुखोई Su-30MKI लड़ाकू विमानों को तैनात किया था। भारत झिंजियांग और तिब्बत क्षेत्र में PLAAF के होटन, गर गुनसा, काश्गर, होपिंग, डोंकाका डोंगॉन्ग, लिंझी और पंगत हवाई अड्डों पर कड़ी नजर रख रहा है। ये सभी हाल के दिनों में अत्यधिक सक्रिय रहे हैं।
गौरतलब है, चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स PLAAF ने हाल के दिनों में कई ठिकानों को अपग्रेड किया है, जिसमें रहने वाली जगह का निर्माण, रनवे की लंबाई का विस्तार और अधिक संचालन करने के लिए अतिरिक्त सेना की तैनाती शामिल है।