नई दिल्ली (रिपोर्ट- ललित नारायण कांडपाल): बिहार में चल रहे सियासी युद्ध के बीच रविवार को बीजेपी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन में मौजूद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से जमात-ए-इस्लामी जैसे संगठनों से नजदीकी को लेकर सवाल पूछा। बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का जमाते इस्लामी और पीएफआई जैसे संगठनों के साथ बढ़ता संबंध को लेकर कांग्रेस को अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए।
बिहार में चल रहा चुनावी रण जैसे-जैसे आगे बढ रहा है उसी के साथ देश का सियासी तापमान और बढता जा रहा है। रविवार को बीजेपी की ओर से कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए गए जिस पर उसने तेजस्वी यादव से भी सवाल पूछा। बीजेपी की ओर से केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांग्रेस के न्यू अलायंस की शुरुआत केरल ही नहीं बल्कि देश के दूसरे राज्यों में भी हो चुकी है।
आपको याद होगा कांग्रेस पार्टी के लीडर राहुल गांधी साहब वायनाड से चुनाव लड़ रहे थे तब देश बहुत आश्चर्यचकित था कि वहां कांग्रेस के झंडों से ज्यादा जमात-ए-इस्लामी के झंडे क्यों दिख रहे हैं ? काफी लोग आश्चर्यचकित थे की सेक्युलर पार्टी का कौन सा रेडिकल रिलायंस हुआ है ? आजादी के बाद पहली बार किसी पॉलिटिकल पार्टी का मुस्लिम लीग से भी समझौता किया था और सोनिया गांधी ने उनको सरकार में अपना सहयोगी बनाया था। नकवी ने जमात ए इस्लामी का लेकर कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए।
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नकवी यही नहीं रूके उन्होंने कहा कि जमात-ए-इस्लामी देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में जमात-ए-इस्लामी नाम के संगठन खून खराबे से भरपूर दिखाई देते हैं। आतंक से जुड़े हुए दिखाई देते हैं। मानवता के खिलाफ दिखाई देते हैं। जमात-ए-इस्लामी ने एक राजनीतिक संगठन का भी गठन कर लिया है ताकि वह बता सकें कि जमात-ए-इस्लामी से हमारा कोई संबंध नहीं है। ऐसे संगठन जो आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हो और उनकी जिहादी मानसिकता को बढ़ा रहे हो उनका कांग्रेस के साथ रिश्ता कांग्रेस की इस बढ़ती हुई मानसिकता को प्रदर्शित करता है।
अभी जब पीएफआई के लोग उत्तर प्रदेश में कई गतिविधियों में पकड़े गए तो कांग्रेस के युवराज उन्हें सांत्वना देने के लिए पहुंच जाते हैं आप चिंता मत करो हम आपके साथ हैं। बीजेपी ने तेजस्वी यादव से पूछा कि आखिर उन्हे अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
बीजेपी ने कांग्रेस की महाराष्ट्र में सहयोगी शिवसेना से भी सवाल पूछा है कि आखिर इस रेडिकल अलायंस पर उसका क्या कहना है। कांग्रेस पार्टी सत्ता की ललक में लालच में इस हद तक गिर जाएगी इसका अंदाजा देश को नहीं रहा होगा जनता ने ठुकरा दिया इन को रिजेक्ट किया लोगों ने अब अब रिजेक्ट होने के बाद जिहादियों के साथ खड़े हो जाएं और रेडिकल एलिमेंट्स को अपनी राजनीतिक बैसाखी बनाए।