लखनऊ। हाथरस कांड को लेकर देशभर में उबाल है, वहीं इस मामले में सियासत भी गरमाई हुई है। इस बीच यूपी के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि पीड़िता से रेप नहीं हुआ है। उसकी मौत गले में चोट लगने और सदमे की वजह से हुई थी।
आपको बता दें, यूपी के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने मंगलवार को दावा किया कि हाथरस केस में पीड़ित युवती के साथ रेप नहीं हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि युवती की मौत गले में चोट लगने और सदमें की वजह से हुई थी। इस मामले में कुछ लोगों द्वारा प्रदेश में गलत तरीके से जातीय तनाव पैदा करने के लिए इस तरह की चीजें कराई गईं।
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा है कि दिल्ली से आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पीड़ित युवती की मौत का कारण गले में लगी चोट और उसके बाद के सदमें को कारण बताया गया है । इसके साथ ही विधि विज्ञान प्रयोगशाला की भी रिपोर्ट सामने आ गई है, जिसमें ये स्पष्ट रूप से बताया गया है कि जो सैंपल इकट्ठा किए गए थे, उसमें किसी प्रकार का स्पर्म और शुक्राणु नहीं पाया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि मेडिकल रिपोर्ट आने के पूर्व ही गलत बयानबाजी और शासन और पुलिस के द्वारा किए गए कार्यों पर उंगली उठाकर विभाग को बदनाम करने की कोशिश की गई है। इसका भी हम परीक्षण कराएंगे और देखेंगे कि ऐसे कौन लोग हैं? पुलिस ने मामले की जांच कर इसमें त्वरित कार्रवाई करेगी।
गौरतलब है, 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली दलित लड़की से कथित सामूहिक दुष्कर्म किया गया था । इस मामले के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही प्रदेश सरकार की ओर से पूरे केस की जांच के लिए तीन सदस्यों की एसआईटी टीम का गठन किया गया है, जो हाथरस पहुंच चुकी है। एसआईटी को सात दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट देनी होगी, लेकिन रेप पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आए है वो वाकई में रूह कंपा देने वाले हैं।