चंडीगढ़। हरियाणा में 1 अक्टूबर से शुरू होने वाली खरीफ की फसलों की खरीद की तैयारियां जोरों पर हैं। इसके मद्देनजर आज शनिवार को चंडीगढ़ में हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की समीक्षा बैठक हुई है।
आपको बता दें, हरियाणा सरकार द्वारा खरीफ की फसलों की खरीद की तैयारियों को लेकर शनिवार को चंडीगढ़ में हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की समीक्षा बैठक हुई है। बैठक के बाद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने जानकारी दी है कि खरीफ के सीजन में धान, बाजरा, मूंग और मक्के की खरीद की जाएगी और आज हुई बैठक में इन को अंतिम रूप दिए जाने पर चर्चा हुई है।
पीके दास ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार प्रदेश में धान के लिए 200 खरीद केंद्र, बाजरे के लिए 100 खरीद केंद्र, मूंग के लिए 25 खरीद केंद्र और मक्के के लिए 20 खरीद केंद्र बनाए जाएंगे। धान खरीद के केंद्रों में भी बढ़ोतरी भी हो सकती है जो राइस मिलर खरीद केंद्र बनवाना चाहेंगे, सरकार वहां पर भी खरीद केंद्र बनाने को तैयार है। बाहरी राज्यों से हरियाणा में बाजरा बिक्री के सवाल पर पीके दास ने कहा सरकार हरियाणा के किसानों का नुकसान नहीं होने देगी।
इसके अलावा पीके दास ने कहा कि मंडी में केवल उसी बाजरे की खरीद की जाएगी, जिसकी जानकारी मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज होगी। हरियाणा में 25 सितंबर से धान की खरीद के सवाल पर दास ने कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार से अनुमति मांगी थी लेकिन अभी तक नहीं मिली है ऐसे में धान की खरीद भी 1 अक्टूबर से ही शुरू होने की उम्मीद है। दास ने बताया इस बार सरकार किसानों को उनकी उपज का भाव देने से पहले किसानों की रजामंदी भी जानेगी। किसान अपनी फसल का भुगतान सीधा खाते में चाहते हैं तो वह सीधा दिया जाएगा। अगर कुछ किसान आढ़ती के माध्यम से भुगतान लेना चाहते हैं तो वह आढ़ती के खाते में जमा करवा दिया जाएगा।