पूर्व वित्त सचिव राजीव कुमार को नया चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है। वह अशोक लवासा का स्थान लेंगे, जिन्होंने इस सप्ताह के शुरू में इस्तीफा दे दिया था। लवासा के 31 अगस्त को जब अपना ऑफिस छोड़ेंगे तो उसी दिन कुमार अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे। राजीव कुमार की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब चुनाव आयोग कोरोनोवायरस महामारी के बीच बिहार विधानसभा चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है। उम्मीद की जा रही है कि चुनााव आयोग की ओर से 20 सिंतबर तक बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर सकता है। उम्मीद की जा रही है बिहार विधानसभा चुनाव में 2 से 3 चरणों में मतदान करवाए जा सकते हैं। ये सभी जिम्मेदारियां अब झारखंड कैडर के अधिकारी और पूर्व वित्त सचिव राजीव कुमार को बतौर चुनाव आयोग के आयुक्त के तौर पर निभानी होंगी।
झारखंड कैडर के 1984 बैच के आईएएस अधिकारी, राजीव कुमार को विभिन्न क्षेत्रों में सार्वजनिक नीति और प्रशासन में तीन दशकों का अनुभव है। उन्होंने 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को चार में विलय करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई। वित्तीय सेवा सचिव के रूप में अपने ढाई साल के कार्यकाल के दौरान, उन्होंने उत्तरदायी और जिम्मेदार बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए कई नीतिगत फैसले लिए। अपने साहसिक कदमों के लिए जाने जाने वाले राजीव कुमार ने अपने कार्यकाल के दौरान बैंकों का 3 लाख करोड़ रुपये का पुनर्पूंजीकरण किया। उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की वित्तीय समावेशन की योजना को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसका उद्देश्य प्रधानमंत्री जन धन योजना, मुद्रा ऋण योजना जैसी प्रमुख योजनाओं के माध्यम से क्रेडिट पहुंच और रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है। उन्हें एमएसएमई क्षेत्र के लिए 59-मिनट की ऋण योजना शुरू करने और कार्यान्वित करने के लिए जाना जाता है।