दिल्ली। ( रिपोर्ट- तरुण कालरा ) कांग्रेस में शीर्ष नेतृत्व परिवर्तन की मांग पर मचे सियासी घमासान के बीच आज सोमवार को कांग्रेस कार्य समिति की अहम बैठक हुई। सोनिया गांधी ने बैठक में अपने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन पार्टी के कई दिग्गज नेताओं के आग्रह पर उनको कुछ राज्यो में होने वाले संगठन चुनावों तक इस्तीफा न देने के लिए मना लिया गया है। फिलहाल सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी।
आपको बता दें, कांग्रेस में शीर्ष नेतृत्व परिवर्तन की मांग के चलते व कई अन्य मुद्दों पर कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक करीब 7 घंटे तक चली, जो अब खत्म हो चुकी है। पार्टी नेताओं ने फिलहाल सोनिया गांधी को इस्तीफा देने से रोक लिया है। सोनिया गांधी ने बैठक में अपने इस्तीफे की पेशकश करते हुए कहा था कि कि सभी लोगों को मिलकर अब पार्टी का नया अध्यक्ष चुनना चाहिए।
जानकारी के मुताबिक, बैठक के बाद सोनिया गांधी ने कहा है कि 6 महीने में पार्टी को नया अध्यक्ष मिल सकता है। पार्टी को नया अध्यक्ष चुनने के लिए 6 महीने में पार्टी का अधिवेशन बुलाया जाएगा। मुझे दुख हुआ, लेकिन वे सहकर्मी हैं। जो हुआ सो हुआ, हमें मिलकर काम करना है।
इससे पहले सीडब्ल्यूसी बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीडब्ल्यूसी बैठक में अपने इस्तीफे की पेशकश की थी। उन्होंने कहा था कि नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए। वहीं सोनिया गांधी की ओर से अपने इस्तीफे की पेशकश के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कुछ नेताओं के कथित खत की आलोचना की और एके एंटनी ने बैठक में कहा कि सोनिया गांधी को अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहिए। एंटनी के मुताबिक कांग्रेस हाई कमान को कमजोर करने का मतलब पार्टी को कमजोर करना है।
गौरतलब है, सोनिया गांधी के इस्तीफे की पेशकश से पहले बीते दिन पत्र के जरिए नए नेतृत्व की मांग करते हुए 23 वरिष्ठ कांग्रेसियों ने कहा था कि नेहरू-गांधी परिवार हमेशा पार्टी का अहम हिस्सा रहेगा। वहीं कांग्रेस में सियासी हलचल तेज करने वाले पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, शशि थरूर, विवेक तन्खा, एआईसीसी के पदाधिकारी, सीडब्ल्यूसी सदस्य जिनमें मुकुल वासनिक और जितिन प्रसाद शामिल हैं। इनके अलावा भूपिंदर सिंह हुड्डा, राजेंदर कौर भट्टल, एम वीरप्पा मोइली, पृथ्वीराज भवन, पी जे कुरियन, अजय सिंह, रेणुका चौधरी और मिलिंद देवड़ा ने पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. पूर्व पीसीसी प्रमुख राज बब्बर , अरविंदर सिंह लवली और कौल सिंह ठाकुर , वर्तमान बिहार अभियान प्रमुख अखिलेश प्रसाद सिंह, हरियाणा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, दिल्ली के पूर्व स्पीकर योगानंद शास्त्री, पूर्व सांसद संदीप दीक्षित भी शामिल हैं।