लद्दाख। (रिपोर्ट- प्रदीप कुमार) भारत-चीन के बीच एलएसी पर तनाव लगातार बरकरार है। पिछले दिनों चीन की ओर से घुसपैठ की कोशिश की गई, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया था। चीन के द्वारा लगातार घुसपैठ की कोशिशों पर भारत ने सख्त रवैया अपनाया हुआ है। इसके बाद से ही सीमा पर दोनों ओर भारी संख्या में सैनिक मौजूद हैं।
लद्दाख बॉर्डर पर भारत और चीन के बीच लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है। पिछले तीन दिनों में तीन बार चीन ने अलग-अलग इलाकों में घुसपैठ की नाकाम कोशिशें की है। एक तरफ चीन बातचीत का दिखावा कर रहा है, तो दूसरी तरफ घुसपैठ कर अपना असली चेहरा दिखा रहा है। लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने हर बार चीन की कोशिशों को नाकाम किया है।
आपको बता दें, बीते दिन मंगलवार को जब भारत और चीन में ताजा विवाद को निपटाने के लिए ब्रिगेडियर कमांडर लेवल की बात हो रही थी, तब चीन ने चुमार इलाके में घुसपैठ की कोशिश की थी। चीन की ओर से 7-8 बड़े वाहन भारतीय सीमा की ओर आने लगे, लेकिन चेपूजी कैंप के पास जहां भारतीय सेना के जवान पहले से मुस्तैद थे उन्होंने चीनी सैनिकों को आगे नहीं बढ़ने दिया।
चीन की इस कोशिश से पहले भी 29-30 अगस्त की रात और फिर 31 अगस्त की रात को चीन की ओर से घुसपैठ की कोशिश की गई। 29-30 की रात को चीन ने पैंगोंग इलाके के साउथ क्षेत्र में आने की कोशिश की, तो वहीं 31 की रात को चीनी जवान काला टॉप के पास आना चाहते थे। जब चीनी जवान उस ओर बढ़े तो भारतीय जवानों ने उन्हें देखा और मेगाफोन पर ही चेतावनी दे दी, जिसके बाद चीनी उल्टे पांव लौट गए।
चीन के द्वारा लगातार घुसपैठ की कोशिशों पर भारत ने सख्त रवैया अपनाया है। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि चीन लगातार बॉर्डर पर उकसाने वाले काम किए हैं और घुसपैठ की कोशिश की है। हमने चीन के सामने डिप्लोमेटिक और मिलिट्री लेवल पर इस मसले को उठाया है।
एलएसी पर अब भारतीय सेना की ओर से इस इलाके में अपने कई और सैनिकों को तैनात कर दिया है। भारतीय सेना टैंक समेत उच्च मारक क्षमता वाले हथियार भी एलएसी पर तैनात कर रही है। चीनी सेना की लगातार उकसाने वाली हरकतों के बाद भारतीय सेना इस वक्त हाई अलर्ट पर है।