चरखी दादरी(प्रदीप साहू): गांव किसकंधा में खुलने वाले शराब का ठेका के विरोध में पंचायत ने प्रस्ताव पारित करते हुए शराब ठेका नहीं खोलने का निर्णय लिया। साथ ही फैसला लिया कि अगर सरकार व विभाग द्वारा गांव में ठेका खोला जाएगा तो ग्रामीण पुरजोर विरोध करेंगे। जरूरत पड़ी तो वे शराब ठेका को आग के हवाले कर देंगे व आत्मदाह के लिए भी तैयार रहेंगे। विरोध करने के दौरान महिलाओं की अगुवाई करवाई जाएगी।
बाढड़ा ब्लॉक के गांव किष्कंधा के मुख्य चौक पर पूर्व सरपंच शुभराम की अध्यक्षता में पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में ग्रामीणों ने कहा कि सरकार व विभाग द्वारा गांव में स्कूल, खेल ग्राऊंड के समीप शराब का ठेका खोला जा रहा है। शराब का ठेका खुलने से स्कूली बच्चों के साथ-साथ खिलाडिय़ों व महिलाओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में गांव में शराब का ठेका नहीं खुलने देंगे।
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हालांकि, कई बार पंचायत द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों को शराब का ठेका नहीं खोलने बारे लिखित में ज्ञापन भी दिया, बावजूद इसके गांव में शराब का ठेका खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। अगर शराब का ठेका खुला तो ग्रामीण विरोध करेंगे और शराब ठेका को आग भी लगा देंगे। पंचायत के बाद ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने सरकार व विभाग पर आरोप लगाए कि कुछ लोगों से मिलीभगत करके गांव में स्कूल व खेल ग्राऊंड के समीप शराब का ठेका खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आप नेता राकेश चांदवास, ग्रामीण महिला संतोष व कृष्णा देवी ने कहा कि ग्रामीण शराब का ठेका खुलने के पक्ष में नहीं हैं। अगर ऐसा हुआ तो ग्रामीण ठेका नहीं खुलने व आत्मदाह करने को तैयार रहेंगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी।