कॉन्फेड्रेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है और मांग की है कि भारत की घरेलू क्रिकेट लीग का आयोजन भारत से बाहर ना हो। पत्र में व्यापारियों ने ग्रहमंत्री से बीसीसीआई ने आईपीएल को देश से बाहर कराए जाने की फैसले को ख़ारिज करने की मांग की है। इसके साथ ही आईपीएल के चीनी स्पॉन्सर को भी हटाने की मांग की है। कैट का कहना है एक तरफ हम चीनी समान के बहिष्कार की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर रुपयों के लालच पर बीसीसीआई चीनी सामानों के उत्पादकों को स्पॉन्सर बनाने में लगा है ।
Taking strong exception to @BCCI decision to continue it’s sponsorship contract with Chinese company Vivo & desperation to hold the event amid #Covid Pandemic, @CAITIndia has written to HM Shri @AmitShah to take immediate cognisance of the matter & withdraw permission to hold IPL pic.twitter.com/Afx60Kvs0S
— Confederation of All India Traders (CAIT) (@CAITIndia) August 3, 2020
गौरतलब है कि गलवान घाटी पर दोनों देश की सेनाओं के बीच हुए टकराव के बाद देश भर में चीनी सामानों का बहिष्कार का अभियान से चला हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि त्यौहार के सीजन में जब व्यापारी चीनी सामान का बहिष्कार कर रहे हैं और इसकी वजह से चीन को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है ऐसे में आईपीएल लिए चीनी स्पॉन्सर का होना सही नहीं है।
कोरोना काल के जून महीने से देशभर में व्यापारियों ने भारतीय सम्मान मेरा अभिमान नाम से एक मुहिम चला रखी है इसके तहत चीनी सामानों का लगातार बहिष्कार किया जा रहा है। रक्षाबंधन के त्यौहार पर भी व्यापारियों ने इस साल चीन से राखियों को आयात नहीं किया। जिसकी वजह से चीन को लग।भग 4 से छह हजार करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है।
19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई में होगा IPL 2020
आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इस साल का आईपीएल यूएई में करवाने का फैसला लिया है जिसके लिए सरकार से भी अनुमती मिल चुकी है। वहीं रविवार को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल और बीसीसीआई की मीटिंग में आयोजन के मद्देनजर कई बातों पर फैसला लिया गया। इसके मुताबिक 19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई में आईपीएल के आयोजन पर मुहर लगी। साथ ही बोर्ड ने चीनी स्पॉन्सर्स से करार बरकरार रखने का भी फैसला लिया।
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