(प्रदीप कुमार): नामीबिया से आए आठ चीतों के शिकार के लिए कूनो पार्क में छोड़े गए चीतलों को लेकर हुए विवाद पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने सफाई दी है। बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई ने भी इस विवाद पर सफाई दी है। चीतों के शिकार के लिए मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतलों यानि हिरणों को छोड़े जाने को लेकर हरियाणा और राजस्थान में विरोध प्रदर्शन हुआ। बिश्नोई समाज ने खासकर इसपर आपत्ति जताई। अब पर्यावरण वन मंत्रालय ने इस विवाद पर सफाई दी है। चीतों के भोजन के लिए राजस्थान से चीतल लाए जाने की खबर को केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने अब नकार दिया है।
दरअसल नामीबिया से आठ चीतों के भारत आने के बाद खबरें आई थीं कि चीतों के शिकार के लिए मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतलों को छोड़ा गया है। पर्यावरण वन मंत्रालय ने सफाई दी है कि राजस्थान से कोई भी चीतल मध्यप्रदेश नहीं लाया गया है, क्योंकि इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार की अनुमति जरूरी होती है। पर्यावरण मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि कूनो नेशनल पार्क में 20,000 से ज्यादा चीतल पहले से मौजूद हैं, ऐसे में चीतल बाहर से लाए जाने की खबर फर्जी है।
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इस विवाद पर बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई ने भी ट्वीट कर सफाई दी है। बिश्नोई ने कहा है कि मेरी केंद्र सरकार से बातचीत हो चुकी है। चीतों को एक भी चितल या हिरण नहीं भेजा गया है। इस तरह के समाचार पूरी तरह से भ्रामक एवं झूठे हैं। मेरा सभी से अनुरोध है कि इस तरह की बेबुनियाद बातों पर विश्वास न करें। हालांकि इससे पहले बिश्नोई समाज के संरक्षक कुलदीप बिश्नोई ने ही आशंका जताई थी कि हरियाणा से चीतल हिरण चीतों के शिकार के लिए भेजे जा रहे हैं।
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