केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडु ने समीक्षा बैठक के दौरान दो सरकारी अधिकारियों की पिटाई कर दी । दोनो अधिकारियों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। केंद्रीय मंत्री टुडु ने अश्विनी कुमार मलिक और देबाशीष महापात्रा को अपने ऑफिस में समीक्षा बैठक के लिए बुलाया था जहां एक फाइल ना लाने पर विश्वेश्वर टुडु भड़क गए और उन्होंने कमरा बंद करके दोनो की पिटाई कर दी।
इस घटना में देबाशीष महापात्रा का हाथ टूट गया और अश्विनी कुमार मलिक गंभीर रूप से घायल हो गए। देबाशीष महापात्रा ने बताया कि उन्होंने मंत्री जी को समझाने की खुब कोशिश की । उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण वह फाइल नही ला सके लेकिन विश्वेश्वर टुडु ने इसे प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया और कमरा बंद करके दोनो अधिकारियों को कुर्सियोंसे पिटना शुरू कर दिया।
यह घटना ओडिशा के बारीपाड़ा जिले का है। इस घटना में घायल अधिकारियों को पीआरएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। दोनो अधिकारियों ने बारीपाड़ा के थाने में शिकायत भी दर्ज कराया है जिसके तहत विश्वेश्वर टुडु पर सीआरपीसी की धारा 161 लगाई गई है।
विश्वेश्वर टुडु ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि उनके ऊपर यह आरोप उनकी छवि को खराब करने के लिए लगाए जा रहे हैं। लेकन उन्होंने इस बात को स्वीकार किया है कि समीक्षा बैठक उन्होंने ही बुलाया था।
विश्वेश्वर टुडु भाजपा सरकार में जलशक्ति व आदिवासी मामलों के केंद्रीय राज्यमंत्री हैं। उनको यह मंत्रीपद पिछले साल कैबिनेट पुनर्गठन के दौरान मिला था। इसी के साथ वह ओडिशा के मयूरभंज जिले से बीजेपी के सासंद हैं।