(प्रदीप कुमार): डीआरडीओ ने आज 27 सितंबर को ओडिशा तट स्थित चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज में ग्राउंड आधारित पोर्टेबल लांचर से बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली (वीएसएचओआरएडीएस) मिसाइल के दो सफल परीक्षण किए। वीएसएचओआरएडीएस एक मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (मैनपैड) है जिसे डीआरडीओ के अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई), हैदराबाद द्वारा अन्य डीआरडीओ प्रयोगशालाओं और भारतीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है।
वीएसएचओआरएडीएस मिसाइल में लघु प्रतिक्रिया नियंत्रण प्रणाली (आरसीएस) और एकीकृत वैमानिकी सहित कई नवीन प्रौद्योगिकियां शामिल हैं, जो परीक्षणों के दौरान सफल साबित हुई हैं। कम दूरी पर कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों को बेअसर करने के लिए बनाई गई मिसाइल को दोहरी धकेलने वाली ठोस मोटर द्वारा संचालित किया जाता है। आसान पोर्टेबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए लांचर सहित मिसाइल के डिजाइन को अत्यधिक अनुकूलित किया गया है। दोनों उड़ान परीक्षणों ने मिशन के उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
Read also: लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला बुधवार 28 सितंबर को एक दिवसीय यात्रा पर पुणे जाएंगे
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और उद्योग भागीदारों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि आधुनिक प्रौद्योगिकियों से लैस यह नई मिसाइल सशस्त्र सेनाओं को तकनीकी रूप से और अधिक सशक्त बनाएगी। रक्षा विभाग अनुसंधान एवं विकास के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष ने इस शानदार सफलता के लिए पूरी वीएसएचओआरएडीएस टीम को बधाई दी।