गुरुग्राम। (रिपोर्ट- गुलशन ग्रोवर) अगर आप भी हर मेल का रिप्लाई देने के शौकीन हैं तो जरा ठहरिए जनाब, यह खबर आपके लिए ही है। साइबर सिटी गुरुग्राम में बिजनेस पार्टनर बनाने के नाम पर 1 करोड़ 24 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। साइबर क्राइम पुलिस ने ऐसे तीन नाइजीरियन को गिरफ्तार किया है जो बिजनेस पार्टनर बनाने के बहाने लोगों से ठगी किया करते थे।
आपको बता दें, साइबर सिटी गुरुग्राम में साइबर क्राइम पुलिस ने ऐसे तीन नाइजीरियन को गिरफ्तार किया है जो बिजनेस पार्टनर बनाने का ख्वाब दिखाकर लोगों को 1 करोड़ 25 लाख का चूना लगा चुके हैं। वहीं इस मामले में एसीपी क्राइम की मानें तो शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि नाइजीरिया का रहने वाला केलेंची नाम का शख्स दिल्ली के महरौली से इस ठगी गैंग को ऑपरेट कर भोले भाले लोगों को बिजनेस पार्टनर बनाने और लाखों का मुनाफा कमाने का लालच देकर बेहद शातिराना आदाज़ से ठगी की वारदात को अंजाम देता आ रहा था। पुलिस की मानें तो केलेंची और दो अन्य नाइजीरियन के साथ इनके लिए काम करने वाले एक भारतीय को भी गिरफ्तार कर पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है।
दरअसल, मारुति कंपनी से रिटायर्ड शख्स धीरेंद्र की फेसबुक के जरिए पूनम मकेला नाम की महिला से दोस्ती हुई थी और केलेंची नाम के इस शख्स ने आप को यू.के. में रहना बतलाया और बताया कि वह यू.के. में आर्मी एंटी टेरीरिस्ट विभाग में कार्यरत है। पुलिस की मानें तो शातिर ठगों ने धीरेंद्र को भारत में मेडिसिन की कंपनी खोलने और उसमें धीरेंद्र को बिजनेस पार्टनर बनाने की लालच दिया था। बस महिला की प्रोफाइल से प्रभावित होकर धीरेंद्र इनके जाल में फंसता चला गया और पैसा इनके बताए गए अकाउंट्स में ट्रांसफर करता चला गया। पुलिस की मानें तो पूनम मकेला कोई महिला नहीं बल्कि केलेंची ही था जो कि धीरे-धीरे धीरेंद्र को विभिन्न चार्ज के नाम पर धोखाधड़ी करके इससे 1.24 लाख की ठगी कर धीरेंद्र से और पैसा अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए दबाव बना रहा था।
पुलिस की गिरफ्त में आए इन आरोपियों के पास से पैन ड्राइव भी बरामद की गई है जिसमें हजारों मेल का डेटा है जिनको यह बिजनेस पार्टनर बनाने का मेल करते थे और जिस भी शख्स ने मेल पर रिप्लाई दिया उसको फंसाने की तैयारी शुरू कर देते थे। पुलिस ने इनके पास से वारदात में इस्तेमाल 22 मोबाइल फोन, पैन ड्राइव, नकली पासपोर्ट और भी कई संदिग्ध चीजों को बरामद किया है।