ओम प्रकाश चौटाला की रिहाई के बाद कांग्रेस में क्यों बढ़ी कलह

यमुनानगर(राहुल सहजवानी): दिल्ली दरबार में कांग्रेस के कुछ विद्यायकों के रुख के बाद कांग्रेस में घमासान जारी है।

अध्य्क्ष बदलने की चर्चाओं के बीच रादौर से कांग्रेस विधायक बीएल सैनी ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला के बाहर आने के बाद राजनीतिक समीकरण बदल गए है।

कांग्रेस को भी सशक्त अध्य्क्ष चाहिए जो हरियाणा में कांग्रेस को चुनाव जीत दिला सके। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ विद्यायकों की दिल्ली में कांग्रेस हाई कमान से मुलाकात के बारे में भी सैनी ने बातचीत की।

कांग्रेस पार्टी में अध्य्क्ष बदलने की चर्चाओं पर जहां बीजेपी भी चुटकी ले रही है और लगातार बयान बाजी हो रही है। मीडिया से बातचीत करते हुए रादौर से कांग्रेस विधायक भी इशारों ही इशारों में अध्य्क्ष बदलने की बात भी कह गए।

विधायक बीएल सैनी ने मीडिया से बात करते हुए बताया की हरियाणा के कई विधायक व पूर्व विधायक हरियाणा कांग्रेस प्रभारी से मिले थे और अब सेकेट्री जनरल से बातचीत हुई है और उन्होंने हमारी बात को बड़े अच्छे से सुना है।

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कोरोना महामारी, किसान आंदोलन और पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला दोबारा राजनीति में सक्रिय हुए हैं। इन सब मुद्दों को लेकर बातचीत हुई है।

हमारे साथियों ने बात रखी है कि जो हरियाणा में संगठन तैयार किया जा रहा है उसके अंदर एमएलए या पूर्व एमएलए या जिन्होंने चुनाव लड़ा है, उनको संगठन में जोड़ा जाए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष सशक्त होना चाहिए कि वो जाट वोट को संभाल सके। वहीं, उन्होंने बीजेपी नेताओं और कुरुक्षेत्र से सांसद नायाब सिंह सैनी के बयान पर पलटवार करते हुए बयान दिया था कि कांग्रेस दलित नेताओ को हटा रही है पहले अशोक तंवर को हटाया अब कुमारी सैलजा को हटा रहे है।

बीएल सैनी ने कहा कि ऐसा नहीं है की प्रदेशाध्यक्ष किसी दलित या फिर किसी अन्य को बनाया जाए। यह हाईकमान तय करता है जो ठीक लगता है।

वहीं, उन्होंने कहा नायाब सैनी पहले यह बताए की उनका जो स्टेट प्रेसिडेंट है क्या वह दलित है। उन्होंने कहां की प्रदेश अध्यक्ष सशक्त होना चाहिए, उनका मानना है कि आने वाले चुनावों में कांग्रेस की सरकार बननी चाहिए।

क्योंकि इससे पहले दो बार कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई है। इस पर उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कहीं ऐसा हाल हरियाणा में भी ना हो जाए जो उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के अंदर हुआ है।

कांग्रेस की इस खींच तान के बीच पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला के बाहर आने से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। अब देखना होगा कि हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर छिड़ी इस खींचतान के बाद हाईकमान क्या एक्शन लेगा।

फिलहाल भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा के साथ हाईकमान के साथ बैठकों का दौर जारी है। वहीं, कुछ विधायक इशारों ही इशारों में अध्य्क्ष बदलने पर सहमति जताते हुए दिख रहे हैं।

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