दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि संबंधी तीन बिलों के खिलाफ जारी किसानों के संग्राम को देखते हुए शिरोमणि अकाली दल ने आज एनडीए से नाता तोड़ दिया है। बिहार चुनाव से पहले बीजेपी को ये एक बड़ा झटका लगा है। इससे पहले अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय कैबिनेट से अपना इस्तीफा भी दिया था।
आपको बता दें, कृषि बिलों पर केंद्र सरकार द्वारा कोई सलाह ना लेने को लेकर शिरोमणि अकाली दल पहले से ही नाराज चल रहा था। इसके बाद राज्यसभा से इनको हरी झंडी मिलने के बाद जो सियासत गरमाई और किसानों ने भारत बंद बुलाया वो बीजेपी पर भारी पड़ गया। किसानों के भारत बंद के दूसरे दिन ही अकाली दल ने एनडीए से नाता तोड़ दिया। किसानों संबंधी बिल को लेकर अकाली दल ने करीब 23 साल पुराना रिश्ता तोड़ा है।
शनिवार को शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल साफ कर दिया कि अब उनकी पार्टी अकाली दल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा नहीं है। पार्टी के कई सदस्यों की ओर से ये फैसला लिया गया है और आज इसका औपचारिक ऐलान भी हो गया है।
गौरतलब है, किसान बिल के विरोध में अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने पहले ही केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। उसी के बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही अकाली दल NDA से अलग होने का ऐलान कर सकता है। वहीं भारतीय किसान यूनियन समेत विभिन्न किसान संगठनों को केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि बिलों के खिलाफ अकाली दल समेत कांग्रेस, राजद, समाजवादी पार्टी, आप, टीएमसी समेत कई राजनीतिक दलों का समर्थन मिला है। किसान और विपक्षी दल केंद्र सरकार से इन कृषि बिलों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।