Amarnath Yatra Accident: जम्मू-कश्मीर के अमरनाथ यात्रा के दौरान बीती शाम यानी शुक्रवार को बादल फटने की खबर सामने आई। इस हादसे से भारी तबाही हुई है और कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है तो वहीं अभी भी कई लोग लापता हैं। जानकारी के मुताबिक, यह हादसा अमरनाथ गुफा के पास हुआ जहां बादल फटने के बाद भारी सैलाब बहने लगा जिसमें कई श्रद्धालू बह गए। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
बादल फटने की घटना के बाद प्रभावितों को निकालने के लिए सेना के जवान नीलग्रार के बालटाल पहुंचे और अभी भी राहत बचाव कार्य जारी है। वहीं इस हादसे का जायजा लेने IGP कश्मीर विजय कुमार और कश्मीर के संभागीय आयुक्त आज शनिवार सुबह अमरनाथ पवित्र गुफा पहुंचे और बचाव कार्यों का जायज़ा लिया।
अतुल करवाल, DG, NDRF के मुताबिक, अभी तक 16 लोगों की मृत्यु और 40 के आसपास लोगों के लापता होने की खबर हैं। उन्होंने बताया कि, रात साढ़े 4 बजे तक रेस्क्यू का काम चला फिर बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोका गया वापस सुबह 6 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है।
वहीं इसके अलावा इस हादसे को लेकर PRO, ITBP, दिल्ली विवेक कुमार पांडे ने बताया कि, पवित्र गुफा से पंजतरणी का 6 किमी का इलाका है। हम लगभग 15,000 लोगों को पंजतरणी में लेकर आए हैं। उन्हें खाना शेल्टर, आदी मुहैया कराया जा रहा है। हमने रात में ही सभी लोगों को रास्ते से बचा लिया था। स्थानीय प्रशासन से हमें सूचना मिली है कि करीब 30-40 लोग अभी गुमशुदा हो सकते हैं। हमने ITBP, भारतीय सेना, NDRF, SDRF और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। गुफा वाले इलाके से हमें कई गुमशुदा लोग मिल सकते हैं।
विवेक कुमार ने आगे बताया कि, यात्रा फिलहाल के लिए रोक दी गई है। लोगों को हम सलाह दे रहे हैं कि वह ऊपर न जाए। सभी यात्री सुरक्षित हैं और चिंता की बात नहीं है। दोपहर बाद काफी हद तक स्थिति सामान्य होने की संभावना है और अगर प्रशासन निर्णय लेगा तो यात्रा फिर से शुरू कर सकते हैं।
आपको बता दें कि, आज यानी शनिवार सुबह भी करीब 4 बजे डोडा गुंटी वन में बादल फटने से ठठरी के ठठरी कस्बे में बाढ़ आई। हालांकि इसमें राहत की बात यह रही कि, किसी की मृत्यु की सूचना नहीं है। बादल फटने से कई वाहन मिट्टी में धंसे और हाईवे भी बंद हुए जिसको खोलने का कार्य किया जा रहा है।