प्रदीप कुमार की रिपोर्ट – रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग जारी है और इस बीच कीव छोड़कर आ रहे भारतीय छात्र हरजोत सिंह को गोली लग गई है।इसके बाद हरजोत सिंह को वापस कीव ले जाया गया है जहाँ फिलहाल हरजोत का एक अस्पताल में भर्ती हैं।
भारतीयों को यूक्रेन से निकालने के गंगा मिशन के लिए पोलैंड पहुंचे केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह नेभारतीय छात्र के घायल होने की सूचना साझा की है। जनरल वीके सिंह ने कहा है कि जब युद्ध चलता है तो ऐसी परिस्थितियां पैदा होती है,हम सभी भारतीयों को बचाने के प्रयास कर रहे हैं।
घायल भारतीय छात्र हरजोत सिंह ने खुद को जल्द से जल्द देश ले जाने की अपील की है।एक बयान में हरजोत सिंह ने कहा है कि, ‘मेरा यहां पर कोई भी नहीं है।मुझे एके47 गोली लगी है। मेरे पैर में फैक्चर है। मैंने एंबेसी से अनुरोध है कि कार या किसी तरह मुझे यहां से ले जाए। मैं चल नहीं सकता।अगर पैर पर फैक्चर नहीं होता तो खुद चलकर बॉर्डर तक चला जाता। अभी कीव में बहुत भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। यहां हर जगह डर का माहौल है।कहीं भी स्थिति ठीक नहीं है।’
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हरजोत सिंह 27 फरवरी को यूक्रेन के वेस्टर्न बॉर्डर की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान उन्हें कीव में गोली लग गई। स्थानीय लोगों ने एक एंबुलेंस की मदद से उन्हें कीव सिटी के अस्पताल में भर्ती करवाया है।
यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग के बीच पहले ही 2 भारतीय छात्रों की मौत हो चुकी है। 1 मार्च को यूक्रेन के खारकीव में रूस ने हवाई हमला किया था।इसमें कर्नाटक के रहने वाले नवीन शेखरप्पा नामक छात्र की मौत हो गई थी। इसके बाद विदेश मंत्रालय ने कहा था कि वे छात्र के शव को भारत लाए जाने की कोशिश कर रहे हैं।
इसके बाद 2 मार्च को भी यूक्रेन में एक भारतीय छात्र की मौत हुई थी।मृतक चंदन जिंदल पंजाब का रहने वाला था और 4 साल पहले मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन गया था।वह 2 फरवरी को अचानक बीमार पड़ गया था। इसके बाद उसे आईसीयू में एडमिट करवाया गया था।हालांकि, विदेश मंत्रालय ने कहा था कि चंदन की मौत नेचुरल डैथ है।
यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास हमारे नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी करता रहा है। दूतावास ने इससे पहले किसी भी हालत में कीव और खारकीव छोड़कर कहीं और पहुंचने की अपील जारी की थी।