नारनौंद से जेजेपी विधायक रामकुमार गौतम के बाद अब नरवाना के जेजेपी विधायक रामनिवास भी पार्टी के नेतृत्व से नाराज बताये जा रहे हैं। इसीलिए उन्होंने नरवाना नगर परिषद के चेयरपर्सन प्रतिनिधि एवं पार्षदों को अपनी पार्टी के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की बजाय सीधे मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलवा कर एक नया राजनीतिक संकेत दे दिया है।
नरवाना के स्थानीय निकाय चुनाव में नवनिर्वाचित चेयरपर्सन मुकेश मिर्धा ने जीत हासिल की है। जिसके बाद विधायक रामनिवास ने चैयरपर्सन प्रतिनिधि व कुछ पार्षदों को अपने विश्वास में लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को समर्थन दिलाया। अब नरवाना नगर परिषद की सीट भाजपा के खाते में मानी जानी तय है।
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जजपा विधायक रामनिवास ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि जो होगा नरवाना शहर के हित में होगा और यह कोई राजनीतिक उथल-पुथल नहीं है। यह सिर्फ और सिर्फ नरवाना शहर की उन्नति के लिए एक कदम होगा और मुझे पूर्ण विश्वास है नरवाना शहर की चेयरपर्सन मुकेश मिर्धा जनता की उम्मीदों पर खरा उतर कर सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर नरवाना का विकास करेंगी।
खास बात ये भी है कि नरवाना में चेयरपर्सन पद के जेजेपी उम्मीदवार छवि बंसल की जमानत जब्त हुई थी। अब देखना होगा कि जेजेपी विधायक रामनिवास का अगला कदम क्या होगा।