Flood in Assam : असम में बाढ़ से लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बढ़ते जलस्तर की वजह से काजीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व के 233 फॉरेस्ट कैंपों में से 43 प्रतिशत से ज्यादा पर बुरा असर पड़ा है।जंगल का ज्यादातर हिस्सा पानी में डूब चुका है। ऐसे में जंगली जानवर पूर्वी कार्बी आंगलोंग जिले में दक्षिण की ओर ऊंची जगह पर जाने के लिए काफी संख्या में राष्ट्रीय राजमार्ग 715 को पार करने लगे।ऊंची जगह पर जा रहे जानवरों के लिए वन विभाग ने सड़क पर बैरीकेड्स लगाए हैं।
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बैरिकेड लगाकर जानवरों की देखरेख जारी – अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि बारिश को देखते हुए, हमें उम्मीद है कि इस साल सेंचुरी में बाढ़ का काफी असर पड़ेगा। हमने सड़क पर बैरीकेड्स लगाकर जानवरों के आने-जाने के रास्ते को सुरक्षित बना दिया है।हालांकि, हाईवे पार करते समय बाढ़ या दुर्घटनाओं की वजह से अब तक किसी जानवर की मौत की सूचना नहीं मिली है।बाढ़ की रिपोर्ट के अनुसार, काजीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व में बाढ़ की वजह से 101 फॉरेस्ट कैंप में पानी भर गया है। इनमें से छह को खाली करा लिया गया है।इसमें कहा गया है कि अगोराटोली रेंज में 35 कैंप, काजीरंगा में 21, बागोरी में 10, बुरहापहाड़ रेंज में पांच और बोकाखाट में नौ कैंपों पर बाढ़ का असर पड़ा है।
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बारिश के कारण बिगड़े हालात – इसके अलावा नेशनल पार्क के विश्वनाथ वाइल्ड लाइफ डिविजन में 21 फॉरेस्ट कैंप में पानी भर गया है।रिपोर्ट में कहा गया है, काजीरंगा नेशनल पार्क आगामी बाढ़ के मौसम के लिए अच्छे से तैयार है, जिसमें वन्यजीवों, कर्मचारियों और पर्यटकों की सुरक्षा तय करने के लिए व्यापक उपाय किए गए हैं। बाढ़ से निपटने के लिए लगातार नजर रखी जा रही है।”रिपोर्ट के मुताबिक हाथियों के झुंड, हाटी दांडी गलियारे से पूर्वी कार्बी आंगलोंग की ओर बढ़ना शुरू कर चुके हैं। उनकी आवाजाही का पता लगाने के लिए एनिमल सेंसर लगाए गए हैं।