बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में आज फैसले का दिन है। मामले में बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता आरोपी है जिनमें लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत 32 लोग आरोपी हैं। बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में कुल 49 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। इनमें से 17 आरोपियों का सुनवाई के दौरान निधन हो चुका है।
अयोध्या के बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में सीबीआई की विशेष अदालत आज फैसला सुनाएगी। 28 साल के लंबे इंतजार के बाद आ रहे इस फैसले पर देशभर की नजर है।
सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल 2017 में दो साल के भीतर मुकदमा निपटा कर फैसला सुनाने का आदेश दिया था। इसके बाद तीन बार समय बढ़ाया और अंतिम तिथि 30 सितंबर 2020 तय की थी। मुकदमे पर अगर निगाह डालें तो घटना की पहली FIR नंबर 197 उसी दिन 6 दिसंबर 1992 को श्रीराम जन्मभूमि सदर फैजाबाद पुलिस थाने के थानाध्यक्ष प्रियंबदा नाथ शुक्ल ने दर्ज कराई थी। दूसरी FIR नंबर 198 राम जन्मभूमि पुलिस चौकी के प्रभारी गंगा प्रसाद तिवारी की थी।