नई दिल्ली (रिपोर्ट- अनिल सिंह): दिल्ली में गुलाबी सर्दी की सुगबुगाहट के बीच प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने सियासी पारे को बढ़ाना शुरू कर दिया है। केजरीवाल सरकार इस प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्य खासकर हरियाणा, पंजाब को जिम्मेदार बता रही है। तो वहीं बीजेपी नेताओं ने बीते साल के आंकड़ों के जरिये केजरीवाल पर आरोप लगाया कि पिछले साल पंजाब में पराली जलाने के तीस हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे।और सबसे ज्यादा आम आदमी पार्टी के संगरूर सीट से एक मात्र सांसद के संसदीय क्षेत्र में चलाने की घटना सामने आई।
दिल्ली एनसीआर की हवा खराब होने के साथ ही प्रदूषण पर सियासत भी गरमाने लगी है। दिल्ली सरकार दिल्ली की खराब होती आबोहवा के लिए केंद्र सरकार के साथ हरियाणा पर पंजाब को जिम्मेदार बता रही है। तो वहीं बीजेपी नेताओं की मानें तो पिछले साल पंजाब में पराली जलाने की तीस हजार घटनाएं सामने आई थीं।
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इन 30 हजार घटनाओं में से 6 हजार 558 घटनाएं अकेले उस संगरूर में हुई । जहां से आम आदमी पार्टी के एकमात्र सांसद भगवत मान हैं। तब क्या सीएम केजरीवाल को दिखाई नही दिया की। ये पराली का धुंआ दिल्ली की हवा को जहरीला बनाएगा। ऐसा बीजेपी नेताओं का कहना है।
बीजेपी के नेता गेस चेम्बर बनती दिल्ली के लिए केजरीवाल सरकार की नाकामी बता रहे है। बीजेपी का आरोप है केजरीवाल पिछले 6 साल से दिल्ली की सत्ता पर काबिज हैं। लेकिन प्रदूषण से निपटने के लिए कोई भी पुख्ता इंतज़ाम नहीं किया गया है।
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर भले ही बेहद ख़तरनाक स्तर पहुँच गया है। इसका समाधान निकालने के बजाए सरकारें आरोप प्रत्यारोप कर अपनी जिम्मेदारी पूरी करने में ज्यादा मशगूल है।