नई दिल्ली (रिपोर्ट- प्रदीप कुमार): जब से बिहार में बीजेपी ने कोरोना वैक्सीन मुफ्त देने का चुनावी वादा किया है तब से देश में एक डिबेट शुरू हो गया है। केरल से लेकर कर्नाटक मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र तक इस मसले पर बात हो रही है। बीजेपी के मुफ्त कोरोना वैक्सीन के वादे पर अब कई राज्यों में विरोधी हमलावर हैं।
बता दें कि बीजेपी का वादा है कि सत्ता में आने पर वो सभी बिहारवासियों को कोरोना वैक्सीन का मुफ्त में टीकाकरण उपलब्ध करवाएगी। अब इसी वादे पर देश के अलग-अलग राज्यों में हंगामा मचा है और इस महामारी का इस तरह चुनावी फायदा लेने का आरोप लगाया जा रहा है। केरल से लेकर कर्नाटक और मध्य प्रदेश में इसको लेकर चर्चा है। वहीं चुनाव आयोग में बीजेपी की शिकायत भी की गई है।
बीजेपी ने कोरोना वैक्सीन को लेकर जो दावा किया, उसपर विपक्ष हमलावर हैं। राहुल गांधी ने भी बीजेपी के इस वादे पर ये कहते हुए तंज कसा कि कोरोना वैक्सीन बांटने की नीति यही है कि जहां चुनाव होंगे, वहां पहले देंगे। दूसरी ओर महाराष्ट्र में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी सरकार इलाज के नाम पर भी बंटवारा कर रही है और ये कहना चाह रही है कि जो बीजेपी को वोट देगा उसे ही वैक्सीन मिलेगी।
भारत सरकार ने कोविड वैक्सीन वितरण की घोषणा कर दी है।
ये जानने के लिए कि वैक्सीन और झूठे वादे आपको कब मिलेंगे, कृपया अपने राज्य के चुनाव की तारीख़ देखें।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 22, 2020
इधर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि बीजेपी बिहार में मुफ्त में वैक्सीन बांट रही है, क्या कर्नाटक में भी चुनाव होने पर ही वैक्सीन मिलेगी। सिद्धरमैया ने कहा कि मैं चाहूंगा कि राज्य के सभी बीजेपी विधायक, सांसद और सीएम मुफ्त में केंद्र से वैक्सीन मांगें।
मध्य प्रदेश में भी उपचुनाव जारी हैं, यहाँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया कि जैसे ही देश में वैक्सीन बन जाएगी और उसे मंजूरी मिल जाएगी। मध्य प्रदेश में सरकार उसे मुफ्त में लोगों तक पहुंचवाएगी। हालांकि, बाद में शिवराज ने कहा कि मुफ्त में वैक्सीन देने के लिए फोकस गरीबों पर रखा जाएगा।
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दरअसल केंद्र सरकार देश में हर नागरिक तक वैक्सीन पहुंचाने के प्लान पर काम कर रही है। इसके लिए करीब 50 हजार करोड़ के बजट का इंतजाम किया जा रहा है।ऐसे में एक व्यक्ति के टीकाकरण के लिए करीब 385 रुपये खर्च होंगे।हालांकि केंद्र की ओर से कोरोना वैक्सीन देने का आधिकारिक प्लान घोषित किया जाना बाकी है,लेकिन, अब बिहार में सरकार बनने पर इस तरह मुफ्त वैक्सीन के ऐलान से अन्य राज्यों में भी हलचल तेज है।क्योंकि इससे उनपर भी वैक्सीन को मुफ्त देने का दबाव बन सकता है और मांग उठ सकती है।
भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों में वैक्सीन पर ट्रायल चल रहा है। इसी के साथ WHO एक नीति पर भी काम कर रहा है कि किस देश को कैसे वैक्सीन दी जाएगी। अभी तक कई अमीर देशों ने ट्रायल वाली जगहों से अपने लिए वैक्सीन एडवांस में खरीद ली है, लेकिन WHO का कहना है कि वो सबसे प्रभावित देश और कम विकसित देशों को फोकस में रखेगा। हालांकि, अभी आधिकारिक प्लान बनना बाकी है।