(अनमोल): दिल्ली में नई आबकारी नीति में गड़बड़ी को लेकर मनीष सिसोदिया और उनके करीबियों पर सीबीआई का शिकंजा तेज होता जा रहा है। सीबीआई ने शुक्रवार को मनीष सिसोदिया समेत उनके कई करीबियों के यहां छापेमारी की जिसके बाद शनिवार को उनके कई करीबियों से सीबीआई ने पूछताछ की वही सीबीआई ने सिसोदिया समेत 13 लोगों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी कर दिया है।
दिल्ली की नई शराब नीति में हुई गड़बड़ी के आरोपों ने राजधानी में सियासत को तेज कर दिया है। देखा जा रहा था शुरुआत में जो तकरार सिर्फ एलजी और अरविंद केजरीवाल के बीच दिखाई दे रही थी,लेकिन नई शराब नीति में गड़बड़ी को लेकर उपराज्यपाल की सीबीआई जांच सिफारिश के बाद सीबीआई जांच शुरू हो चुकी है,जिसकी आंच डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया तक पहुँचती नजर आ रही है। शुक्रवार के दिन जहां सीबीआई ने मनीष सिसोदिया और उनके कई करीबियों के यहां छापेमारी की तो वही शनिवार को कई करीबियों को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही सीबीआई मनीष सिसोदिया को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है।
आपको बता दे शुक्रवार सुबह सीबीआई ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर रेड डाली थी। उनके साथ-साथ कई दूसरे सरकारी अधिकारियों के घर पर भी छापेमारी चली. ये दौर पूरे 14 घंटे तक चलता रहा। इस रेड के दौरान सीबीआई ने कई दस्तावेज जमा किए, बताया गया कि कुछ तो वो सीक्रट डॉक्यूमेंट्स थे जो किसी भी सरकारी अधिकारी के आवास पर नहीं होने चाहिए थे। वही सूत्रों के अनुसार शनिवार के दिन इन्ही सबूतों के आधार पर सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के करीबियों से लगभग 12 घँटे पूछताछ की,इसके साथ ही दिल्ली में आबकारी नीति गड़बड़ी मामले में सीबीआई ने एक औऱ कार्रवाई करते हुए,मनीष सिसोदिया समेत 13 लोगों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है,जिसके तहत मनीष सिसोदिया और 13 अन्य लोग अब देश छोड़कर नहीं जा सकते हैं।
Read also:संसद के केंद्रीय कक्ष में सांसदों ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी को श्रद्धासुमन अर्पित किये
वही इस पूरे मुद्दे को लेकर सियासत भी तेज हो गई है जहां मनीष सिसोदिया के बचाव में पूरी आम आदमी पार्टी जुट गई है, साथ में ये भी दावा आप द्वारा किया जा रहा है कि 2024 में मुकाबला मोदी बनाम केजरीवाल का होने वाला है.आम आदमी पार्टी भाजपा पर हमलावर है और आप नेताओ द्वारा कहा जा रहा है,की बीजेपी केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता से घबरा गई है. उनकी ये घबराहट बताने के लिए काफी है कि 2024 के चुनाव में मोदी बनाम केजरीवाल का मुकाबला होने वाला है.तो वही भाजपा आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरने में जुटी हुई है।