नशा करके कार में बैठने पर स्टार्ट नहीं होगा गाड़ी का इंजन, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र ने तैयार किए बेहतरीन सॉफ्टवेयर

चडीगढ़( रिपोर्ट – कविता शर्मा) :  महिला सुरक्षा से लेकर सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के 2 छात्रों ने सॉफ्टवेयर तैयार किए हैं जिसके चलते उन्हें  गूगल व नासा अवार्ड से भी नवाजा गया है ।गौरतलब है कि अल्कोहल के कारण देशभर में अब तक लाखों लोग जान गवां चुके हैं लेकिन अब सड़क पर नशा करके वाहन चलाने वालों की संख्या में कोई कमी नही आई ।

 

 

जिसको देखते हुए लोगो पर लगाम कसने के लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी मोहित ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया है जिसके अंतर्गत नशा करके कार में बैठने पर कार का इंजन स्टार्ट नहीं होगा वही चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के दूसरे छात्र लवलेश ने महिला सुरक्षा से लेकर दृष्टिहीन लोगों के लिए उपकरण तैयार किए हैं जिनके इस्तेमाल से वह खुद को सुरक्षित कर सकते हैं  छात्र मोहित ने  बताया कि इस उपलब्धि पर उन्हें गूगल मैं इंटर्नशिप मिल चुकी है तो वहीं छात्र लवलेश का भी वर्ल्ड बुक में नाम दर्ज हो चुका है ।

 

 

 

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी बीटेक द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी मोहित ने बताया कि उन्होंने कार एक्सीडेंट को लेकर रोड पल्स नाम से एक सॉफ्टवेयर भी बनाया है जिसमें यदि कोई व्यक्ति शराब पीकर गाड़ी चलाता है तो गाड़ी स्टार्ट नहीं होगी इसके अतिरिक्त यदि कोई सीट  बेल्ट नहीं लगाता है तो भी गाड़ी स्टार्ट नहीं होगी ।

 

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कैथल निवासी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के बीबीए फाइनल ईयर के विद्यार्थी लवलेश दत्त ने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के साथ नेशनल एक्सीलेंस अवार्ड 2019 पर भी जगह बनाई है। उन्होंने बताया कि उन्होंने वूमेन सेफ्टी को लेकर सिक्योर दत्त सॉफ्टवेयर इजाद किया है जो कि महिला सुरक्षा को लेकर बहुत आवश्यक है। नॉलेज दत्त ने शहर में बिखरे पड़े कूड़े को लेकर स्मार्ट बिन भी बनाया है जोकि खुद बोलता है कि कूड़ा मेरे अंदर डालो जब कोई व्यक्ति उसके सामने से गुजरता है तो वो डस्टबिन अपने आप खुल जाता है। इसके अलावा उन्होंने दुनिया की सबसे छोटी सेटेलाइट भी बनाई है।

 

 

 

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉक्टर ने बताया कि आज चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी जिस मुकाम पर है वह अपने विद्यार्थियों के कारण है। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी की ओर से आज तक बच्चों को जितनी सपोर्ट मिली है वह लगातार आगे भी जारी रहेगी। बहराल छात्र मोहित कुमार ने अब अपने इस सॉफ्टवेयर को सरकार को देने का फैसला कर लिया है ताकि सड़क दुर्घटनाएं कम हो सके वहीं छात्र लवलेश भी अन्य सॉफ्टवेयर तैयार कर रहा है ताकि अधिक से अधिक समाज के लोगों का भला किया जा सके ।

 

 

 

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