चरखी दादरी, (प्रदीप साहू): मुख्यमंत्री उडऩदस्ते ने गांव बिलावल में मिनरल वॉटर तैयार करने की फैक्टरी का भंडाफोड़ किया है। फैक्टरी संचालक टीम के समक्ष डीलरशिप या फैक्टरी से संबंधी कोई दस्तावेज पेश नहीं कर पाया। इतना ही नहीं यहां कृषि कार्य के लिए दिए गए ट्यूबवेल कनेक्शन का भी कामर्शियल प्रयोग होता पाया गया। मौके से हजारों की संख्या में पैक की गई बोतलें, लेबल, खाली बोतले, खाली पेटियां आदि सामान मिला है। बिना लाइसेंस के चलाए जा रहे इस प्लांट संचालक के खिलाफ फूड सेफ्टी विभाग द्वारा कार्रवाई की गई है।
दरअसल, सीएम फ्लाईंग को गुप्त सूचना मिली थी कि, अवैध रुप से ब्राडेंड कंपनी बिस्लेरी से मिलते जुलते नाम से पीने के पानी की बोतलें पैक की जा रही है। उसी के आधार पर सीएम फ्लाईंग रोहतक ईकाई के एएसआई नरेंद्र कुमार दादरी गुप्तचर विभाग के जिला प्रभारी जलधीर सिंह फौगाट व खाद्य सुरक्षा अधिकारी दीपक चौधरी की संयुक्त टीम ने वहां छापेमारी की। टीम को मौके पर पानी की बोतलों की पेटियों से भरी हुई टाटा 407 गाड़ी मिली जिसमें तीन सौ से अधिक थी और गाड़ी को बाहर भेजने के लिए उपर से पूरी तरह से तिरपाल लगाकर कवर किया गया था।
Read Also – प्रतिबंधित दवाईयों के साथ युवक गिरफ्तार, 2650 नशीले कैप्सूल बरामद
बता दें कि, करीब तीन घंटे तक चली जांच के दौरान सीएम फ्लाईंग टीम ने जब प्लांट में पैक की गई बोतलों की जांच की तो सामने आया कि बोतल पर लगे लेबल में उत्पादन स्थान दूसरे शहरों के वाटर प्लांट को दिखाया गया है। अवैध रुप से चल रहे इस वाटर प्लांट में समीप बने ट्यूबवैल से अवैध रुप से सीधे पाईप जोडक़र पानी भरा जा रहा था। बिजली निगम की टीम को मौके पर बुलाकर जांच की गई तो सामने आया कि ट्यूबवैल कृषि कार्यों के लिए बनाया गया है लेकिन उसका प्रयोग व्यापारिक प्रयोग के लिए किया जा रहा था। जिस पर निगम की टीम ने ट्यूबवैल मालिक के खिलाफ भी कार्रवाई की है।
सीएम फ्लाईंग टीम द्वारा पूछताछ करने पर सामने आया कि इस वाटर प्लांट से भिवानी, चरखी दादरी, बाढड़ा, लोहारु आदि नजदीक के शहरों में छह रुपये से भी कम में थोक रेट पर बोतलें भेजी जाती थी। एक लिटर की 12 बोतल वाली पेटी थोक रेट में 60 से 65 रुपये में दी जाती थी। जबकि बिस्लेरी से मिलते जुलते नाम वाली इस पानी की बोतल के बदले उपभोक्ताओं के लिए 20 रुपये प्रिंट रेट निर्धारित किया गया था। फूड सेफ्टी अधिकारी ने पानी के नमूने लेकर चंडीगढ़ लैब भेज दिए हैं।