दिल्ली(प्रदीप कुमार):कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन का 1 साल पूरा होने पर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आंदोलनकारी किसानों के संघर्ष को सलाम किया है , मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा है कि किसानों का अहिंसक संघर्ष वीरता की अनूठी गाथा हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने किसान आंदोलन के 1 साल पूरे होने को अहिंसक संघर्ष वीरता की अनूठी गाथा बताया, उन्होंने ने कहा है कि केवल कठोर कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र एवं मानवाधिकारों के मूल्यों को बरकरार रखने के लिए किसानों का अहिंसक संघर्ष वीरता, संयम और प्रतिबद्धता की अनूठी गाथा है।
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मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि वह 1 साल से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों की अदम्य भावना को सलाम करते हैं, मुख्यमंत्री चन्नी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि, केवल कठोर कानूनों को निरस्त करने के लिए ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र एवं मानवाधिकारों के मूल्यों को बरकरार रखने के लिए उनका अहिंसक संघर्ष वीरता, संयम और प्रतिबद्धता की अनूठी गाथा है और उन्होंने ने कहा, ‘मैं मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए काले कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में पिछले साल इसी दिन से प्रदर्शन कर रहे किसानों की अदम्य भावना को सलाम करता हूं।’
आंदोलनकारी किसान पिछले एक साल से दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं और तीन कृषि कानूनों के खिलाफ यह आंदोलन पिछले साल 26-27 नवंबर को ‘‘दिल्ली चलो” कार्यक्रम के साथ शुरू हुआ था, केंद्र सरकार ने तीनों कानूनों को निरस्त करने की घोषणा कर दी है बावजूद संसद में कानून रद्द होने तक और अन्य मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी लगातार किसान आंदोलन का समर्थन करते रही है औहाल ही में चंडीगढ़ में किसान संगठनों के साथ बैठक में भी मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कई बड़ी घोषणाएं की थी। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री चन्नी ने किसान संगठनों की सभी मांगे मानने के अलावा पूर्ण कर्ज़ माफी को लेकर आगे बातचीत जारी रखने की बात कही थी।