नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): करतारपुर कॉरिडोर खुलने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों सहित 30 लोगों के साथ करतारपुर साहिब पहुंचे। पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने पाकिस्तान के करतारपुर साहिब में मत्था टेका और गुरु अरदास की।
मुख्यमंत्री चन्नी करतारपुर गलियारे से होकर गुरुद्वारा करतारपुर साहिब पहुंचे। करतारपुर गलियारा, पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब को गुरदासपुर जिला स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ता है।
पंजाब के मुख्यमंत्री के जत्थे में शामिल रहे पंजाब सरकार में मंत्री विजय इंदर सिंगला ने इस मौके को बड़ा ख़ास बताया है। दरअसल, सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की जयंती गुरु प्रकाश पर्वके मद्देनजर दोनों देशों के बीच करतारपुर गलियारा खोला गया है, जिसके दर्शन करने जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं है। कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण यह करीब 20 महीने से बंद था।
करतारपुर परियोजना प्रबंधन इकाई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद लतीफ ने बताया कि पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों और आयुक्त, गुजरांवाला ने सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के जन्म से एक दिन पहले यहां पहुंचे भारतीय मेहमानों का स्वागत किया।
दरबार साहिब में सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष बिताये थे। गुरुनानक जयंती पर कल गुरपरब 19 नवंबर को मनाया जाएगा।
इसी के मद्देनजर भारत सरकार ने बुधवार 17 नवंबर को अपनी ओर से करतारपुर साहिब गलियारा फिर से खोल दिया था। भारत ने 24 अक्टूबर, 2019 को पाकिस्तान के साथ करतारपुर गलियारा समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते करतारपुर साहिब के लिए तीर्थयात्रा मार्च 2020 में स्थगित कर दी गई थी।