नई दिल्ली (रिपोर्ट- प्रदीप कुमार): असम और मिजोरम के दो गुटों के बीच हिंसक झड़प के बाद केंद्र सरकार एक्शन में है। अधिकारियों का कहना है कि मिजोरम के कोलासिब और असम के कछार इलाके में स्थिति नियंत्रण में आ गई है मगर दोनों राज्यों की सीमा पर स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है।
केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने असम और मिजोरम की सीमा पर हिंसक झड़प पर दोनो राज्यों के साथ बैठक में स्थिति की जानकारी ली हैं। दोनों राज्यों ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के इस घटना की मौजूदा स्थिति से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अवगत कराया है। जबकि मिजोरम ने भी केंद्र सरकार के सामने अपना पक्ष रखा है इस घटना के बाद केंद्र सरकार दोनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं।
दरअसल असम-मिजोरम सीमा पर हुई झड़प मिजोरम के कोलासिब के वैरेंगते गांव और असम के कछार जिले के लैलापुर गांव के पास बताई जा रही है। कोलासिब जिले के पुलिस उपायुक्त एच लल्थलंगलियाना ने बताया कि लाठी-डंडे लिए असम के कुछ लोगों ने सीमावर्ती गांव के बाहरी क्षेत्र में स्थित ऑटो रिक्शा स्टैंड के पास कथित तौर पर एक समूह पर हमला बोला। इस घटना के बाद वैरेंगते गांव के निवासी बड़ी संख्या में जमा हो गए। वैरेंगते गांव की गुस्साई भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर लैलापुर गांव के लोगों की करीब 20 अस्थायी झोपड़ियों और दुकानों को आग लगा दी।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक ल घंटों तक चली इस झड़प में कई लोग घायल हो गए। झड़प में घायल एक व्यक्ति की हालत नाजुक है। हिंसा को लेकर असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनेवाल और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा के बीच फोन पर बातचीत हुई पूरे घटनाक्रम की जानकारी केंद्र सरकार को दी गई इसके बाद केंद्र सरकार भी एक्शन में आ गई स्थिति को काबू करने के लिए तुरंत अतिरिक्त फोर्स हिंसा प्रभावित इलाके में भेजी गई है।
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वहीं असम सरकार ने कहा है कि हालात काबू में हैं। इलाके में शांति कायम रखने के लिए पुलिस को तैनात किया गया है। असम के वन मंत्री एवं स्थानीय विधायक परिमल शुक्ला बैद्य ने बताया कि क्षेत्र में पहले भी ऐसी घटनाएं होती रही हैं। दरअसल दोनों राज्यों के लोग अवैध तरीके से पेड़ काटते हैं जिसके दौरान उनमें झड़प हो जाती है।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के निर्देश पर बैद्य ने लैलापुर का दौरान करके हालात की जानकारी ली। असम सरकार ने कहा है कि यह घटना समुदायों में अशांति पैदा करने के इरादे से की गई थी। असम के आयुक्त गृह ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिया है। उन्होंने मिजोरम के लोगों के साथ सौहार्द बनाए रखने की गुजारिश भी की। कछार के पुलिस अधीक्षक भंवर लाल मीणा ने कहा कि आगे ऐसी घटनाएं ना हों इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
पुलिस उपायुक्त ने कहा कि इलाके में लागू निषेधाज्ञा 144 के बावजूद वैरेंगते गांव की गुस्साई भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 20 अस्थायी झोपड़ियों और दुकानों को आग लगा दी। यह दुकानें व झोपड़ियां लैलापुर गांव के लोगों की थीं। घंटों तक चली इस हिंसक झड़प में मिजोरम के चार लोगों समेत कई लोग घायल हो गए। झड़प में घायल एक व्यक्ति को कोलासिब जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसकी गर्दन में गहरा घाव होने के कारण उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं, तीन लोगों का इलाज वैरेंगते गांव के जनस्वास्थ्य केंद्र में किया गया हैं।