लखनऊ: उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र की राह पर चलते हुए सभी सरकारी नौकरियों के लिए भर्ती परीक्षा करवाने के लिए एक एजेंसी बनाने का फैसला किया है। यह एजेंसी सभी श्रेणी की नौकरियों के लिए समय-समय पर परीक्षाएं करवाएगी। ऐसा करने से विभिन्न विभागों पर परीक्षा कराने का भार कम हो जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने प्रदेश सरकार के विभागों एवं उपक्रमों में भर्ती परीक्षाओं को नियमित एवं समयबद्ध ढंग से सम्पन्न कराने के निर्देश देते हुए कहा है कि इसके लिए भारत सरकार की भांति राज्य में भी सभी भर्ती परीक्षाओं के संचालन हेतु एक एजेंसी का गठन किया जाए।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) September 3, 2020
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफसरों के साथ एक बैठक में कहा कि भारत सरकार की तर्ज पर राज्य में भी सभी भर्ती परीक्षाओं के लिए एक एजेंसी बनाई जाए। भविष्य में यही एजेंसी सभी प्रकार की भर्ती परीक्षाओं और रिजल्ट जारी करने के लिए जिम्मेदार होगी। सीएम ने निर्देश दिया कि प्रदेश सरकार के सभी विभागों और उपक्रमों में भर्ती परीक्षाएं नियमित और समयबद्ध ढंग से होनी चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि, प्रदेश के सभी विभागों और उपक्रमों में भर्ती परीक्षाओं को नियमित तथा समयबद्ध करने के लिए सभी परीक्षाओं के संचालन का सिंगल विंडो सिस्टम विकसित करना जरूरी है। इसलिए केंद्र की तर्ज पर यूपी में भी भर्ती परीक्षाओं के लिए एजेंसी गठित की जाए। प्रदेश में अभी समूह ग तक के पदों की भर्ती अधीनस्थ सेवा चयन आयोग तथा उससे ऊपर के पदों की भर्ती यूपी लोक सेवा आयोग के जरिए होती है। शिक्षा सहित कुछ विभाग भर्तियों के लिए अपनी अलग से परीक्षाएं आयोजित करते हैं।
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इसके अलावा उन्होंने बसों के अंतर्राज्यीय आवागमन को सुचारु बनाने और सभी निर्धारित रूटों पर परिवहन निगम की बसें चलाने के निर्देश दिए। वहीं सीएम ने लखनऊ और कानपुर नगर में कोरोना नियंत्रण के उपायों को मजबूत करने का निर्देश दिया। वहीं सीएम ने ये भी कहा कि सभी दफ्तरों को समयबद्ध तरीके से ई-ऑफिस प्रणाली से जोड़ा जाए। साथ ही किसी भी विभाग में पत्रावलियां 7 दिन से ज्यादा समय तक लंबित न रहें। यदि किसी की लाइब्रेरी में तीन दिन से अधिक समय तक पत्रावली लंबित रहती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।