डीजीसीए की ओर से स्पाइसजेट को अपनी सेवाओं को आधा करने के लिए कहने के एक दिन बाद, एयरलाइन कंपनी ने गुरुवार को कहा कि वह अपने ऑपरेशन को बढ़ाने और डीजीसीए की चिंताओं को दूर करने के लिए आश्वस्त है। एयरलाइन ने ये भी बताया कि उसकी सभी उड़ानें गुरुवार को समय पर रवाना हुईं।
डीजीसीए ने बुधवार को स्पाइसजेट को आदेश दिया था कि वह आठ हफ्ते तक अपनी 50 फीसदी से ज्यादा फ्लाइटस आपरेट ना करे, क्योंकि उसके कई विमानों में हाल ही में तकनीकी खराबी की खबरें मिली थीं।
स्पाइसजेट ने एक बयान में कहा कि डीजीसीए के आदेश के कारण कोई फ्लाइट रद्द नहीं हुई है। यह संभव हो पाया है क्योंकि स्पाइसजेट, अन्य एयरलाइनों की तरह, मौजूदा लो सीजन के कारण अपनी फ्लाइट ऑपरेशंस को पहले ही रि–शेड्यूल कर चुकी है। स्पाइसजेट की सभी उड़ानें आज सुबह निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक समय पर रवाना हुईं।
“हम एक बार फिर अपने यात्रियों और यात्रा भागीदारों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि आने वाले दिनों और हफ्तों में हमारी फ्लाइटस निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक ही आपरेट होंगी।”
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बयान में कहा गया है, ‘स्पाइसजेट अपने ऑपरेशन को बढ़ाने और नियामक की किसी भी चिंता को प्राथमिकता के आधार पर दूर करने को लेकर आश्वस्त है। डीजीसीए ने कहा था कि लो कॉस्ट एयरलाइन अगले आठ हफ्तों तक अपनी “बढ़ी हुई निगरानी” में रहेगा।
11 मार्च को, DGCA ने इस साल के समर्स कार्यक्रम के लिए स्पाइसजेट की 4,192 वीकली डोमेस्टिक फ्लाइटस को मंजूरी दी, जो 29 अक्टूबर को खत्म हो रही है।
बुधवार के आदेश का मतलब है कि बजट एयरलाइन अगले आठ हफ्ते तक 2,096 वीकली फ्लाइटस से ज्यादा का ऑपरेशन नहीं कर पाएगा।
स्पाइसजेट के विमान 19 जून से 5 जुलाई के बीच तकनीकी खराबी की कम से कम आठ घटनाओं में शामिल थे, जिसके बाद DGCA ने 6 जुलाई को एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।