कांग्रेस नेता अरुण खत्री ने कहा कि खट्टर सरकार को बिजली संकट से निपटने के लिए पहले से तैयारी रखनी चाहिए थी लेकिन पिछले 7 साल से खट्टर सरकार प्राइवेट कंपनियों की कठपुतली बनकर काम करती रही ओर इसी का परिणाम है कि आज बिजली कंपनियां महंगी बिजली खरीदने का दबाव बना रही है। अरुण खत्री ने कहा कि सबसे ज्यादा बिजली कटौती की मार किसान झेल रहा है जिसकी फसलें बर्बाद हो रही है।
अरुण खत्री ने कहा कि आम आदमी जिसके पास इनवर्टर तक नहीं है वह कैसे भारी बिजली कटौती से अपने परिवार को भीषण गर्मी से बचा रहा है यह तो वही जानता है। इसके अलावा बिजली कटौती से बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित हो रही है। देखा जाए तो आमजन, दुकानदार, व्यापारी उद्योगपति बिजली संकट से बेहाल हो चुका है। खट्टर सरकार की गलत नीतियों के कारण उपजे बिजली संकट की वजह से पीने के पानी का संकट भी पैदा हो रहा है।
Also Read डायल 112 पर कॉल करते ही फरिश्ता बनकर पहुंची पुलिस, 10 मिनट में बचा ली युवक की जान
अरुण खत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान व विधायक राजेंद्र जून के कुशल मार्गदर्शन में कांग्रेस कार्यकर्ता चिलचिलाती धूप में सड़क पर उतरकर आमजन के हितों की लड़ाई लड़ रहे हैं। कांग्रेस की हुड्डा सरकार में लगाए गए बिजली उत्पादन संयंत्रों को बंद करने के कारण ही प्रदेश में गम्भीर बिजली संकट है क्योंकि खट्टर सरकार ने तो 7 साल में एक भी बिजली उत्पादन संयंत्र नहीं लगाया जबकि हुड्डा सरकार में लगाए गए बिजली संयंत्रों को बिजली कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए बंद कर दिया है।
रोजगार देने महंगाई रोकने में विफल हुईं सरकार : अरुण खत्री
अरुण खत्री ने कहा कि विकास व रोजगार के वायदे के साथ सत्ता में आई भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के दावे और हकीकत में जमीन आसमान का फर्क है क्योंकि पूरे भारत मे सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज हरियाणा प्रदेश में है। बात चाहे बढ़ती महंगाई पर अंकुश लगाने की हो, युवाओं को रोजगार देने की हो, बेहतर कानून व्यवस्था की हो खट्टर सरकार हर मामले में नाकाम साबित हुई है। अरुण खत्री ने कहा कि बीजेपी के राज में घरेलू रसोई गैस, डीजल, पेट्रोल के दाम आए दिन बढ़ाए जा रहे हैं जिसके चलते महिलाओं की रसोई व आमजन का बजट पूरी तरह बिगड़ गया है।
हरियाणा व केंद्र की बीजेपी सरकार महंगाई बढ़ाकर अपने कुछ पूंजीपति मित्रों का भला करने में लगी हुई है जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। कांग्रेस की हुड्डा सरकार में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कुशल नीतियों के कारण हरियाणा प्रदेश की गिनती देश के सबसे विकसित राज्य में की जाती थी और हरियाणा हर क्षेत्र में नंबर वन पर था, मगर नकारा व निकम्मी खट्टर सरकार के पिछले 7 साल के कार्यकाल में हरियाणा आज सभी क्षेत्रों में पिछड़ा हुआ है। आज हरियाणा की गिनती बेरोजगारी,अपराध, भ्रष्टाचार, बदहाल कानून व्यवस्था में नंबर वन प्रदेश के रूप में होती है।