दिल्ली में दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। 1 ही दिन में अब 25000 से ज्यादा मामले आ रहे हैं। अस्पतालों में आईसीयू बेड खत्म हो चले हैं। ऑक्सीजन की भी भारी किल्लत हो रही है। सरकार ने पहले नाइट कर्फ्यू और प्रतिबंध लगाया फिर वीकेंड कर्फ्यू आजमाया गया और अब वीकेंड कर्फ्यू के खत्म होते ही सरकार ने 6 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा कर दी है।
वहीं 6 दिनों के इस कर्फ्यू के दौरान भी जरूरी सेवाओं को छूट दी गई है। बस और मेट्रो चलती रहेंगी लेकिन उसमें सिर्फ वही लोग सफर कर पाएंगे जो जरूरी सेवाओं से जुड़े हैं।
भारत सरकार के अधिकारियों और पीएसयू में काम करने वाले कर्मचारियों को वैध आईकार्ड दिखाने पर।
दिल्ली सरकार के सभी ऑटोनोमस बॉडीज/कॉरपोरेशन दफ्तर बंद रहेंगे।
स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े संस्थान, दवा की दुकानें, पुलिस, होमगार्ड, अग्निशमन, सिविल डिफेंस कमियों को भी इस लॉकडाउन में छूट मिलेगी।
दिल्ली सरकार के सभी विभागों के प्रमुखों को ऑफिस जाने की छूट रहेगी। जरूरत पड़ने पर वे अन्य कर्मचारियों को भी बुला सकेंगे, ताकि जरूरी सेवाएं प्रभावित न हों। आवागमन के दौरान इन्हें आईकार्ड दिखाना होगा।
सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट समेत अन्य अदालत से जुड़े न्यायिक कर्मचारियों को सर्विस आईकार्ड दिखाने पर।
गर्भवती महिलाओं, मरीजों और उनके अटेंडेंट को वैलिड आईकार्ड या डॉक्टर की पर्ची दिखाने पर।
कोरोना का टीका लेने जा रहे लोगों को वैध दस्तावेज दिखाने पर।
एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन या फिर बस अड्डे से आने वाले लोगों को वैध टिकट दिखाने पर।
दूसरे देशों के राजनयिकों के कार्यालयों में काम करने वाले अधिकारियों–कर्मचारियों को आईकार्ड दिखाने पर पाबंदी से राहत दी जाएगी।
इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में कार्यरत पत्रकारों को वैध आईकार्ड दिखाने पर छूट दी जाएगी।
परीक्षा देने वाले छात्रों और परीक्षा में ड्यूटी निभाने वाले स्टाफ को भी वैध आईकार्ड पर छूट रहेगी।
दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट तो चलेंगे पर उनके लिए शर्ते लगाई गई हैं।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट में लोग खड़े होकर यात्रा नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा 6 दिनों के इस कर्फ्यू के दौरान सभी बाजार मॉल जिम, स्पा, सैलून बंद रहेंगे।
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रवासी मजदूरों से अपील की है कि वह 6 दिनों के इस कर्फ्यू के दौरान दिल्ली छोड़कर ना जाएं।