अंबाला(कृष्ण बाली): अंबाला स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना की तीसरी आशंकित लहर से पहले सतर्कता बरतते हुए सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले मरीजो का कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। ताकि कोविड का फैलाव होने से रोका जा सके प्रदूषण बढ़ने के चलते सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली थी, स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार जिला में अभी कोरोना के 4 एक्टिव केस है वही 87 % लोग फुल्ली वैक्सीनेट हो चुके है।
देश मे कोरोना के नए वैरिएंट की दस्तक के बाद अंबाला स्वास्थ्य विभाग ने जहां एक ओर कोरोना टेस्टिंग बढा दी है, वही 25 दिसंबर तक जिला में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य रखा गया है, अब सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों की जांच करने संबंधी नियमों में बदलाव किया गया है, अब नाक कान गला व दांत सम्बन्धी रोग चेक करवाने आने वाले मरीजों का चेकअप से पहले कोरोना टेस्ट किया जाएगा।
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वही बाकी ओपीडी में कोरोना के लक्षणों के मरीजों का इलाज से पहले कोविड टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। ताकि कोरोना फैलने का खतरा कम हो सके स्वास्थ्य अधिकारी सुखप्रीत सिंह ने बताया कि कोरोना ईएनटी व डेंटल ओपीडी में आने वाले सभी मरीजों का कोविड टेस्ट होगा, अंबाला में हर रोज औसतन 2 हजार सैम्पल टेस्ट किए जा रहे है ।
अभी अंबाला में कोरोना के 4 एक्टिव मामलें है ओमिकरोंन से निपटने के लिए अंबाला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है अंबाला में 87 प्रतिशत वैक्सीनेशन हो चुकी है।