रेवाड़ी(श्याम बाथला): सोमवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ड्राई-डे होने के बावजूद शराबियों को शराब खरीदने में कोई परेशानी नहीं हुई। आजादी के अमृत महोत्सव में शराब ठेकेदारों ने जमकर चांदी लूटी। प्रदेश के कई जिलों में शराब ठेकों के अंदर से ही चोरी छुपे शराब बेची गई। ऐसा ही एक वीडियो रेवाड़ी के धारूहेड़ा कस्बा से वायरल हुआ है।
सेक्टर-6 हाऊसिंग बोर्ड के सामने खुले शराब के ठेके के कर्मचारी सुबह सवेरे ही ठेके के अंदर दाखिल हो गए और फिर पहले से बनाए गए ‘चोर ठिकानों’ से शराब बेची गई। इसके अलावा भी कई ग्रामीण इलाकों में शराब ठेके पर इसी तरह शराब बेची गई। हालांकि आबकारी विभाग के अधिकारियों ने ठेकों को बंद करने का आदेश दिया हुआ था, लेकिन बावजूद इसके कमाई के चक्कर में शराब ठेकेदारों ने आदेशों की कोई परवाह नहीं की।
साल में 3 दिन बंद रहते है शराब ठेके
हर साल स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन के मौके पर 2 अक्टूबर को प्रदेशभर में ड्राई-डे होता है। इस दिन शराब ठेकों को पूर्णतय बंद रखा जाता है। लेकिन पहले की तरह इस बार भी स्वतंत्रता दिवस पर विभाग के आदेश बेअसर दिखाई दिए। ग्रामीण इलाके में तो शराब ठेकेदार दुकान ही खोले दिखाई दिए, जबकि कुछ जगह ठेके के अंदर ही बनाई गई जगह से खरीददार शराब खरीदते नजर आए।
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फील्ड में नहीं होते अधिकारी
भले ही शराब ठेके को ड्राई-डे पर बंद रखने का आदेश होता है। बावजूद इसके ठेकों से ही शराब बिकना आबकारी विभाग पर भी सवालियां निशान लगाता है। इसके पीछे का कारण यह होता है कि अधिकारी खुद ही फिल्ड में नहीं होते। जिसकी वजह से दुकान का शटर भले ही डाउन रहे, लेकिन शराब बेचने में ठेकेदारों को कोई हिचकिहाट नहीं होती।