चंडीगढ़।(रिपोर्ट- अनिल गाबा) हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने आज शराब घोटाले का आरोप लगाने वालों पर पलटवार करते हुए बताया है कि कोरोना काल में के दौरान हरियाणा के आबकारी विभाग ने रिकॉर्ड राजस्व क्लेक्शन किया है। इससे पहले एक्साइज-वर्ष की पहली तिमाही में इतना राजस्व कभी नहीं आया है।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा निवास में पत्रकारों से बातचीत के दौरान शराब घोटाले का आरोप लगाने वालों को आयना दिखते हुए कहा है कि कोरोना काल में हरियाणा के आबकारी विभाग ने एक्साइज ड्यूटी कलेक्शन में नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन व कोरोना संक्रमण की वजह से न तो रेल सेवा चल रही थी और न ही मल्टी नेशनल कंपनियों में काम हो रहा था। ऐसे में आबकारी विभाग के सामने राजस्व बढ़ाना सबसे बड़ी चुनौती थी।
डिप्टी सीएम ने कहा पिछले वर्ष की तिमाही के मुकाबले अलग-अलग मदों में विभाग ने इस तिमाही में 262 करोड़ 98 लाख 42 हजार 438 रुपये अतिरिक्त कमाए हैं। इसमें एक्साइज व एडिशनल एक्साइज ड्यूटी के अलावा परमिट व रिटेल लाइसेंस फीस भी शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने कुछ लोगों द्वारा आबकारी विभाग में घोटाले के लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आबकारी विभाग में इतना राजस्व क्लेक्शन कभी नहीं हुआ जितना कोरोना काल में हुआ है, तो फिर घोटाला कहां हुआ।
दुष्यंत चौटाला ने कहा इस रिकॉर्ड राजस्व क्लेक्शन ने विपक्ष द्वारा प्रचारित कथित शराब घोटाले की पोल खोल कर रख दी है। आंकड़ों एवं तथ्यों का सिलसिलेवार ब्यौरा देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश के गठन से लेकर आज तक इस वर्ष पहला ऐसा अवसर आया है जब सरकार ने नई एक्साइज पॉलिसी की पहली ही तिमाही में 27 करोड़ रुपये से अधिक की एडिशनल एक्साइज ड्यूटी प्राप्त की है। यह एक्साइज ड्यूटी पिछले वर्ष की प्रथम तिमाही के मुकाबले 2700 गुणा अधिक है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। वर्ष 2019-20 के दौरान पहली तिमाही में 95 हजार 150 रुपये एडिशनल एक्साइज ड्यूटी सरकार को मिली थी। उन्होंने बताया कि इससे पहले 2016-17 में पहली तिमाही यानि पहली अप्रैल से 30 जून तक 2 करोड़ 88 लाख 93 हजार 916 रूपये, 2017-18 में 3 करोड़ 1 लाख 97 हजार 448 रूपये तथा 2018-19 में 1 करोड़ 30 लाख 1 हजार 437 रूपये एडिशनल एक्साइज ड्यूटी ली थी।