केंद्र सरकार द्वारा गन्ने के एफआरपी में 5 रुपए की बढ़ोतरी किये जाने के बाद किसान संगठन इसका विरोध कर रहे हैं। भाकियू के बैनर तले किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यमुनानगर में शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन ने सरकार का पुतला जलाया ओर महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
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भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्य्क्ष संजू गुंदयाना ने कहा कि ये सरकार ने किसानों के साथ एक भद्दा मजाक किया है। पिछले कुछ समय से डीजल के दामों में 20 से 30 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। फर्टिलाइजर के दाम लेबर के दाम बढ़े हैं और इस तरह ये मजाक किया गया है। किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि सरकार ने 5 रुपए की बढ़ोतरी करके किसानों के साथ भद्दा मजाक किया है। वहीं उन्होंने कहा कि सरकार ने भूमि अधिग्रहण बिल में संशोधन किया है जबकि पहले की सरकारों के कानून के मुताबिक इसके लिए किसानों की जमीन के लिए उनकी 70 परसेंट सहमति होना जरूरी था लेकिन अब जो फेर बदल किया गया है उससे किसानों की जमीनें छीन कर कॉरपोरेट के हाथों में देना चाहते हैं इसे तुरंत वापिस लिया जाए।
कृषि बिल के साथ साथ अब भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर किसान सरकार को घेरते हुए नजर आ रहे हैं। अब देखना होगा कि किसानों की मांगों को सरकार कैसे देखती है क्योंकि कृषि बिलों को लेकर हो रहे किसान आंदोलन को भी 9 महीने बीत जाने के बाद अब तक कोई बात नही बनी है। हालांकि इसको लेकर बीजेपी जेजेपी नेताओं का विरोध जारी है।