नई दिल्ली: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ बीते 2.5 महीने से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच आज कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा का राष्ट्रव्यापी चक्का जाम है। जिसके लिए किसानों और पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है।
सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रहेगी। खबरों से मिली जानकारी के अनुसार, आज दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के इस विरोध प्रदर्शन के दौरान किसान राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय हाईवे का बंद करेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने गणतंत्र दिवस की हिंसा को देखते हुए इस बार के प्रदर्शन को व्यवस्थित व शांतिपूर्ण तरीके से चलाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। वहीं,पुलिस ने भी सभी पुख्ता इंजाम किए हैं।
सुरक्षा के लिहाज से अर्द्धसैनिक बलों की 150 कंपनियां तैनात की हैं। शहरों के बॉर्डर्स पर कई स्तरीय सुरक्षा करने के बाद पुलिस ने सड़कों पर भी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
Also Read संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से 6 फरवरी को चक्का जाम, जारी किए गए दिशा निर्देश
बॉर्डर पर बड़े स्तर पर बैरिकेड्स, कांटेदार तार और कीलों के अलावा अन्य अवरोधक लगाए गए हैं। नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सिर्फ 2 राज्यों में चक्का जाम नहीं होगा।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड। इन 2 राज्यों और दिल्ली को छोड़कर पूरे देश में चक्का जाम होगा। उन्होंने कहा कि जो लोग यहां नहीं आ पाए वो अपने-अपने जगहों पर कल चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे। ये जाम दिल्ली में नहीं होगा।
खबरों से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस के डीसीपी क्राइम चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि टिकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
दिल्ली के भीतर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। नई दिल्ली के डीसीपी ने दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों को पत्र लिखकर जरूरत पड़ने पर राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय समेत इलाके के 12 मेट्रो स्टेशन शॉर्ट नोटिस पर बंद करने के लिए तैयार रहने को कहा है।