दिल्ली। (रिपोर्ट- तरुण कालरा) देशभर में किसान बिल के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने देश की हमारे किसान शीर्षक से एक वीडियो जारी किया है। राहुल से किसानों बातचीत में केंद्र के कृषि कानून को काला कानून बताया गया है।
आपको बता दें, केंद्र के कृषि कानून के खिलाफ किसानों के भारत बंद का कांग्रेस ने समर्थन किया है। इस बीच राहुल गांधी ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें कुछ किसानों से कानून के बारे में सवाल कर रहे हैं। राहुल गांधी की ओर से जारी किए गए इस वीडियो में किसान इस कानून को काला कानून बता रहे हैं। वीडियो में कई राज्यों के किसानों ने राहुल को इस कानून पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है।
किसानों के भारत बंद का राहुल गांधी ने समर्थन किया है। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि जीएसटी लागू करने से MSME सेक्टर को नष्ट कर दिया और अब नया कृषि कानून हमारे किसानों को गुलाम बनाएगा। किसान आंदोलन के मद्देनजर पूरी राजधानी दिल्ली की पुलिस अलर्ट पर है। दिल्ली पुलिस ने चिल्ला बॉर्डर के पास पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया है जिससे कि किसान दिल्ली की तरफ न घुस पाएं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट में लिखा की किसानों से MSP छीन ली जाएगी। उन्हें कांट्रेक्ट फार्मिंग के जरिए खरबपतियों का गुलाम बनने पर मजबूर किया जाएगा। न दाम मिलेगा, न सम्मान, किसान अपने ही खेत पर मजदूर बन जाएगा। भाजपा का कृषि बिल ईस्ट इंडिया कम्पनी राज की याद दिलाता है। हम ये अन्याय नहीं होने देंगे। वहीं, कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने वीडियो शेयर करते हुए कहा, कि पेट में अंगारे और मन में तूफ़ाँ लिए देश का अन्नदाता किसान और भाग्यविधाता खेत मज़दूर भारत बंद करने को मजबूर है। अहंकारी मोदी सरकार को न उसके मन की व्यथा दिखती न उसकी आत्मा की पीड़ा महसूस होती है। आइये, भारत बंद में किसान-मज़दूर के साथ खड़े हों, संघर्ष का संकल्प लें।
भारतीय किसान यूनियन समेत विभिन्न किसान संगठन भारत बंद में शामिल हैं। किसान संगठनों को कांग्रेस, राजद, समाजवादी पार्टी, अकाली दल, आप, टीएमसी समेत कई राजनीतिक दलों का समर्थन मिला है। पंजाब के किसान बीते गुरुवार से ही तीन दिनों के रेल रोको आंदोलन पर हैं। वहां किसान रेलवे ट्रैक पर डटे हुए हैं और बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।