नई दिल्ली: केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की अलग- अलग सीमाओं पर हजारों किसानों के प्रदर्शन जारी है। आज किसान आंदोलन का 16वां दिन है।
वहीं, खबर आ रही है कि किसान आंदोलन में कोरोना का अटैक हो चुका है। बताया जा रहा है कि दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर करीब दो हफ्ते से अपनी मांगों को लेकर डेरा डाले हजारों किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर वहां की सुरक्षा व्यवस्था देखने के लिए तैनात दो पुलिस अधिकारियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
Also Read देश में 30 हजार से कम आए नए मामले, 414 और मरीजों की मौत
पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि दोनों संक्रमित अधिकारियों को होम आइसोलेशन में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर सिंघु बॉर्डर पर जमे हजारों किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए सैकड़ों की संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सिंघु बॉर्डर पर तैनात दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के गत दिनों कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है और दोनों इस समय होम आइसोलेशन में हैं।
दूसरी ओर राजधानी में शुक्रवार को भी कई मार्ग आवाजाही के लिए बंद हैं। दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्विटर के जरिए लोगों को कुछ मार्गों के बंद होने के बारे में सूचित किया और असुविधा से बचने के लिए उन्हें दुसरे रास्तों से जाने की सलाह दी।
अलग-अलग राज्यों के हजारों किसान पिछले करीब दो हफ्ते से दिल्ली के सिंघू, टिकरी, गाजीपुर और चिल्ला पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
दिल्ली यातायात पुलिस ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि टिकरी और ढांसा बॉर्डर यातायात के लिए बंद है जबकि झटीकरा बॉर्डर केवल दो पहिया वाहनों और पैदल चलने वालों के लिए खुला है।
यातायात पुलिस ने कहा कि हरियाणा जाने वाले झारौदा, दौराला, कापसहेड़ा, बडूसराय, रजोकरी एनएच-आठ, बिजवासन-बजघेड़ा, पालम विहार, डुन्डाहेड़ा बॉर्डर की तरफ से जा सकते हैं।
किसान संगठनों ने मांगें नहीं माने जाने पर देश के विभिन्न रेलमार्गों और राजमार्गों को अवरुद्ध करने की चेतावनी दी है।